अर्चना कुमारी। मणिपुर हिंसा अभी तक रुका नहीं है। इस बीच महिलाओं के अश्लील वीडियो वायरल होते विपक्षी नेताओं ने जहां राज्य तथा केंद्र सरकार पर हमला बोला वहीं सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया, कहा- ‘जो हुआ वह अस्वीकार्य है, सरकार एक्शन नहीं लेगी तो हम कार्रवाई करेंगे’। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि हम सरकार को कार्रवाई के लिए थोड़ा समय देंगे और अगर कोई जमीनी कार्रवाई नहीं होती है, तो हम कार्रवाई करेंगे। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने को कहा है । उनका स्पष्ट कहना है कि जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है।
यह बिल्कुल अस्वीकार्य है, सांप्रदायिक झगड़े के क्षेत्र में महिलाओं को एक हथियार के रूप में उपयोग करना। उन्होंने आगे कहा कि जो वीडियो सामने आए हैं ,उससे हम बेहद परेशान हैं ,अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अब समय आ गया है कि सरकार वास्तव में कदम उठाए और कार्रवाई करे.संवैधानिक लोकतंत्र में यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। यह बहुत परेशान करने वाला है। गौरतलब है कि वायरल हुए वीडियो में नग्न महिलाओं को पब्लिक के द्वारा सरेआम अपमानित करते हुए प्रदर्शित किया गया है, जिसकी आलोचना की जा रही है।
वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मणिपुर की घटना का स्वत: संज्ञान लिया और डीजीपी से त्वरित कार्रवाई करने को कहा । बताया जाता है सर्वोच्च अदालत ने केंद्र और मणिपुर सरकार से ये बताने को कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने के लिए उन्होंने क्या कार्रवाई की है।कोर्ट ने कहा कि मीडिया में दिखाई देने वाले वीडियो में जो दिखाया गया है वह गंभीर संवैधानिक उल्लंघन और महिलाओं को हिंसा के साधन के रूप में उपयोग करके मानव जीवन का उल्लंघन दर्शाता है, जो संवैधानिक लोकतंत्र के खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि केंद्र और राज्य सरकार उनके द्वारा उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराएं जबकि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई अगले शुक्रवार को तय की है।
बताया जाता है सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने के वीडियो से वह बहुत व्यथित है । प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इसे पूरी तरह अस्वीकार्य बताया ज्ञात हो कि चार मई का यह वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद से मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि विरोधी पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमा रहे हैं जबकि मणिपुर की इस घटना से पूरे देश में रोष व्याप्त हो गया है।
इतना ही नहीं विपक्षी दल इस मामले को लेकर सरकार को घेर रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री ने भी उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है लेकिन विपक्षी नेता उन पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं।दो आदिवासी महिलाओं को नग्न घुमाने और उनके साथ छेड़छाड़ करने के मामले में पीएम मोदी ने दुख जताया । पीएम ने कहा कि ये घटना देश को शर्मसार करने वाली है। मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि ये घटना देश को शर्मसार करने वाली है।
बेटियों के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। महिलाओं का वीडियो सामने आने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है। शाह ने सीएम को 4 मई को हुई इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस बीच बताया जाता है कि मणिपुर पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।