आईएसडी नेटवर्क। फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह की आगामी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर केरल में महासंग्राम मचा हुआ है। एक सप्ताह पूर्व केरल के डीजीपी ने इस फिल्म के टीजर पर ही एफआईआर करने के आदेश दे दिए। फिल्म की कथावस्तु केरल की 32,000 महिलाओं पर आधारित है, जिन्हे इस्लामिक आतंकवादी समूहों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथ की शिक्षा दी गई थी। टीजर पर एफआईआर के बाद इसकी रिलीज पर संकट आ गया है। ये फिल्म 30 नवंबर को प्रदर्शित होने जा रही है।
इस महीने की शुरुआत में ही ‘द केरल स्टोरी’ का टीजर प्रदर्शित किया गया था। फिल्म में अदा शर्मा मुख्य भूमिका निभा रही हैं। फिल्म के टीजर में अदा शर्मा फातिमा बी बनी दिखाई देती हैं। फातिमा बी कहती है कि वह नर्स बनकर लोगों की सेवा करना चाहती थी लेकिन आईएस आतंकवादी बन गई। टीजर में वह बताती है कि वह अकेली नहीं है, उसके साथ ऐसी बत्तीस हज़ार महिलाएं हैं।
इस टीजर के बाद केरल में हंगामा मच गया। मुख्यमंत्री तक शिकायते होने लगी। फिल्म की कथावस्तु की सच्चाई को लेकर सोशल मीडिया का संसार दो पक्षों में बंट गया। एक पक्ष कहता है कि बत्तीस हज़ार महिलाओं वाला फैक्ट सही है लेकिन एक पक्ष कहता है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। जब इस तथ्य के प्रमाण मांगे जाने लगे तो फिल्म की टीम अपने सबूतों के साथ मैदान में उतर आई।
फिल्म के प्रोडक्शन की ओर से कहा गया कि ये फैक्ट अख़बारों में भी छप चुका है और सन 2010 के तत्कालीन मुख्यमंत्री वी.एस.अच्युतानंदन ने इस सन्दर्भ में बयान दिया है। हालांकि फिल्म के टीजर में दिखाई गई बत्तीस हज़ार महिलाओं की कोई तथ्यात्मक रिपोर्ट मौजूद नहीं है। वी. एस. अच्युतानंदन ने केरल में बढ़ रहे लव जिहाद को लेकर बयान दिया था, न कि आतकंवादी समूह को लेकर कुछ कहा था।
उन्होंने अपने बयान में पीएफआई का जिक्र अवश्य किया था। जानकारी के अनुसार एक पत्रकार ने फिल्म का टीजर देखने के बाद केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। पत्रकार ने मुख्यमंत्री से फिल्म के निर्देशक को बुलाने और तथ्यों की जांच करने का आग्रह किया था। संभवतः इसके बाद ही फिल्म के टीजर पर एफआईआर कर दी गई थी। विपुल अमृतलाल शाह की इस फिल्म को निर्देशक सुदीप्तो सेन ने निर्देशित किया है।
चूँकि फिल्म का विषय ही कथित बत्तीस हज़ार महिलाओं पर आधारित है, इसलिए विपुल अमृतलाल शाह अब क़ानूनी उलझनों में फंस सकते हैं। यदि वे इस बारे में कोई ठोस प्रमाण दिखा सके तो ही फिल्म फंदे से मुक्त हो सकेगी।