अर्चना कुमारी। सोशल मीडिया पर आईपीएल के एक क्रिकेटर विकास टोकस का वीडियो वायरल हो रहा है और उसमें दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की है , जिससे उसके आंखों के पास गंभीर चोट पहुंचा। इस आईपीएल क्रिकेटर का नाम विकास टोकस है, जो आईपीएल में आरसीबी टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
विकास टोकस का आरोप है कि साउथ-वेस्ट जिले में आरके पुरम थाने की पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और चेहरे पर वार किया, जिससे उनकी आंख के नीचे चोट के गंभीर निशान बन गए । इस संदेश के साथ उनकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर सर्कुलेट की जा रही है, जिसमें उनकी एक आंख के नीचे काले रंग का चोट का निशान नजर आ रहा है।
सोशल मीडिया पर इस आरोपों के वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने अपनी तरफ से सफाई पेश की है । पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि दरअसल मामला 26 जनवरी के दिन की है, जिस दिन सुरक्षा अलर्ट के बीच पुलिस की टीमें सड़कों पर बैरिकेड लगाकर जांच कर रही थी। इस दौरान मोहम्मदपुर गांव में रहने वाले विकास टोकस अपनी कार से करीब 11.30 बजे के आसपास पुलिस की बैरिकेड के पास पहुंचे।
पुलिस का दावा है कि सुरक्षा जांच के लिए रोके जाने पर क्रिकेटर गुस्से में पुलिसकर्मियों को खुद के 10 साल से नेशनल लेवल क्रिकेटर होने की बात कहते हुए जांच में सहयोग नहीं किया और जब उनसे मास्क नहीं पहनने को लेकर भी पुलिसकर्मी ने उन्हें टोका, तो दावा है कि विकास ने पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी शूरू कर दी।
पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें पुलिस थाना चलने के लिए कहा तो वे अपनी कार लेकर वहां से गणतंत्र दिवस समारोह की ओर जाने का प्रयास करने लगे। पुलिस की मानें तो जब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो हाथापाई हो गई और इसी बीच उनकी आंख के पास चोट लग गई। बाद में उन्हें थाने ले जाया गया, जहां दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर विकास के ससुर भी पहुंचे।
जिसके बाद विकास टोकस व उनके ससुर ने बर्ताव के लिए लिखित रूप में माफी मांगी और थाने से चले गए। पुलिस का दावा है कि अब वे पुलिस पर सोशल मीडिया के माध्यम से गलत आरोप लगा रहे हैं और दिल्ली पुलिस उनके आरोपों को निराधार बताते हुए इसका खंडन कर रही है।