अयोध्या में श्री राम मंदिर भूमि पूजन किए जाने के बाद इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया ( ISIS) से जुड़े आतंकी देश भर में बम धमाका करके बड़े पैमाने पर जान -माल की क्षति पहुंचाना चाहते हैं । उनके निशाने पर राम मंदिर, कुछ हिंदूवादी नेता तथा राजधानी का भीड़भाड़ वाला इलाका है, जहां वह सीरियल बम धमाका या फिर फिदायीन हमला करके भारी तबाही मचाना चाहते हैं। ऐसे ही मंसूबे लिए दिल्ली पहुंचे इस्लामिक स्टेट खुरासान गुट समर्थक एक आतंकी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस आतंकी के कब्जे से दो कूकर में रखे गए 15 किलो विस्फोटक, दो आईईडी, बाइक,पिस्तौल तथा कारतूस बरामद किया है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार स्पेशल सेल की टीम स्वतंत्रता दिवस पर हमले के खतरे को ध्यान में रखते हुए पहले से अलर्ट पर थी। इस बीच शुक्रवार देर शाम को सूचना मिली कि आईएसआईएस का एक संदिग्ध आतंकी धौला कुआं के पास किसी से मिलने आएगा। यह भी जानकारी दी गई कि यहां से वह करोल बाग की तरफ रिज रोड जाएगा। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पुलिस टीम पहुंची और इलाके को घेर लिया । कुछ देर बाद पुलिस टीम ने जब बाइक सवार संदिग्ध आतंकी को देखा तो उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन उसने पुलिस टीम पर अचानक गोली चला दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की तरफ से भी गोली चलाई गई और इस दौरान पुलिस टीम उसे काबू करने में कामयाब रही। करीब 8 राउंड गोलियां चली।
दबोचे गए आतंकी की तलाशी में IED यानी Improvised Explosive Device (IED) समेत भारी संख्या में विस्फोटक बरामद हुआ। जहां से इस आतंकी को पकड़ा वहां से कुछ ही दूरी पर बुद्धा जयंती पार्क और आर्मी पब्लिक स्कूल है। इस आतंकी से आईईडी बरामद होने की खबर के बाद हड़कंप मच गया। इसके बाद स्पेशल सेल और बम डिस्पोजल स्क्वॉयड आईईडी को लेकर बुद्धा जयंती पार्क पहुंच गई।
इस बीच मौके पर डॉग स्क्वॉयड की टीम पहुंची और इलाके का मुआयना किया। जगह जगह दिल्ली पुलिस तथा फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी तैनात हो गए। दिल्ली पुलिस ने इस आतंकी को पकड़ने के बाद नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) को मौके पर बुलाया, जिन्होंने अथक मेहनत के बाद आईईडी को डिफ्यूज किया।
बाद में इस आतंकी को लोधी कॉलोनी के स्पेशल सेल दफ्तर ले जाया गया। जहां उससे स्पेशल सेल समेत कई अन्य जांच एजेंसियों ने पूछताछ शुरू की। दबोचे गए आतंकी ने कभी अपना नाम मोहम्मद मुस्तकीम खान, अब्दुल युसूफ तो कभी अबू युसूफ बताया । उसने अपने घर के पते के तौर पर भी कई स्थानों का उल्लेख किया। कभी अपना घर बलरामपुर बताया तो कभी गाजियाबाद तो कभी उधम सिंह नगर।
वैसे पुलिस ने दावा किया कि आतंकी आईएसआईएस से जुड़ा है और यूपी के बलरामपुर का रहने वाला है। उसने शुरुआती पूछताछ में जांच एजेंसियों को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन बाद में सख्ती बरतने पर खुलासा किया कि उसके निशाने पर राम मंदिर, कुछ हिंदूवादी नेता तथा दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाके थे। राम मंदिर भूमि पूजन के एक महीने के भीतर ही उसे वारदात को अंजाम देना था। उसने आतंकी घटना की करवाई को अंजाम देने के लिए दिल्ली के कुछ स्थानों की रेकी भी की थी।
पकड़े गए इस आतंकी ने राजधानी के किन-किन इलाकों में रेकी की और कौन -कौन बड़ा चेहरा उसके निशाने पर था, इस बारे में वह गोल मटोल और भ्रमित करने वाला जवाब दे रहा है। उसने यह जरूर स्वीकार किया कि वह लोन वुल्फ अटैक करने आया था। इस तरह के हमले में एक ही आतंकी शामिल होता है और वो छोटे हथियारों का इस्तेमाल करता है, लिहाजा उसे पकड़ पाना मुश्किल होता है।
लोन वुल्फ’ अटैक का सीधा मतलब है ऐसा घातक हमला जिसे बिना टीम के अंजाम दिया जाता है। एक अकेला आतंकी पूरे हमले को अंजाम देता है। इस हमले के मॉड्यूल में अकेला आतंकी ही ऐसे हमले को अंजाम दे सकता है, जिसमें वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचा सके। दरअसल ‘लोन वुल्फ’ अटैक भेड़िए की तरह अकेले हमला करने की रणनीति है और इस अटैक में छोटे हथियारों, चाकुओं, ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाता है। ये ग्रुप लीडर से जुड़े बिना हमला करते हैं।
सूत्रों ने दावा किया है कि इस आतंकी के संपर्क में दो से तीन आतंकी हैं जो इसी तरह के मंसूबे लिए उत्तर प्रदेश तथा कुछ अन्य राज्यों में छिपे हो सकते हैं। इस वजह से दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस समेत कुछ अन्य राज्य को भी अलर्ट किया है । साथ ही पुलिस की एक टीम बलरामपुर भेजी गई है इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने राजधानी की सुरक्षा चाक-चौबंद किए जाने के अलावा मुंबई में होने वाले गणेश चतुर्दशी उत्सव के दौरान सुरक्षा बढ़ाए जाने का अनुरोध मुंबई पुलिस से किया है।
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा का कहना है कि यह आतंकी पिछले 10 सालों से आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था। इसके संपर्क में कुछ विदेशी हैंडलर तथा कमांडर थे। इनमें से यूसुफ अल हिंदी तथा अबू हुजेफा मारे जा चुके हैं जबकि पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान से नया अमीर इस आतंकी को अब लगातार कमांड कर रहा था। आरोपी शादीशुदा है और परिवार में पत्नी तथा चार बच्चे हैं। साथ ही वह एक दुकान भी चलाता है।
इस आतंकी की योजना पत्नी तथा बच्चों के साथ आईएसआईएस में भर्ती होकर आतंकी गतिविधियों में शामिल होना था। पुलिस ने दावा किया कि इस आतंकी ने खुद से आई ईडी बनाए थे तथा गांव में कब्रिस्तान के पीछे इसका ट्रायल भी किया था।
पूछताछ के दौरान अबू यूसुफ ने बताया कि पिछले कई सालों से वह खुरासान मॉड्यूल से जुड़ा है। पहले वह आईएसआईएस के कमांडर यूसुफ-अल-हिंद के सीधे संपर्क में था। सीरिया में उसके मारे जाने के बाद वह अबू हुजेफा (पाकिस्तानी) के संपर्क में आया। लेकिन पिछले साल ड्रोन हमले में अबू हुजेफा भी मारा गया। अब अबू यूसुफ नए आकाओं के संपर्क में था। उनके आदेश पर आईईडी बनाकर यह दिल्ली पहुंचा था। लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही दबोचकर एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि विदेशी हैंडलर भारत में आतंकी कार्रवाई किए जाने का निर्देश दे चुके थे लेकिन वह कोई आतंकी घटना को अंजाम दे पाता उससे पहले ही उसे धर दबोचा गया। दिल्ली पुलिस ने इस आतंकी को कोर्ट में पेश कर 7 दिनों का रिमांड लिया है ताकि उसके पूरे मंसूबों को उजागर किया जा सके।