अर्चना कुमारी। सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह नहीं चाहते हैं कि उनके बेटे पर कोई फिल्म का निर्माण हो । लेकिन फिल्म निर्माण से जुड़े लोग सुशांत के जीवन पर फिल्म बनाना चाहते हैं । शशांक फिल्म सुशांत के जीवन पर आधारित है या नहीं यह तो फिल्म रिलीज होने पर ही पता लगेगा।
लेकिन इसके डायरेक्टर सरोज मिश्रा ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा कि यह फिल्म दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर पर आधारित नहीं है, बल्कि यह चार ऐसे लोगों के जीवन पर आधारित है जो दूसरे शहर से मुंबई आकर फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान बनाने को लेकर जद्दोजहद करते रहे और उन्हें भाई भतीजावाद से काफी लड़ना पड़ा था।
उनका कहना है यह मुख्य रूप से वंशवाद के खिलाफ फिल्म है। इस फिल्म के डायरेक्टर ने यह भी कहा कि फिल्म के नाम में काफी अंतर है और मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में फैले वंशवाद के खिलाफ यह फिल्म चार लोगों के संघर्ष पर आधारित है।
ऐसे में इस फिल्म का दाेनों में कोई तुलना नहीं है। सरोज मिश्रा ने यह हलफनामा न्यायमूर्ति मनोज कुमार ओहरी के समक्ष सुशांत के पिता कृष्ण किशोर सिंह की याचिका के जवाब में पर दाखिल किया है।
सुशांत के पिता ने याचिका दायर कर कहा था कि उनके बेटे का नाम या उसकी पसंद को प्रस्तावित फिल्मों में इस्तेमाल करने से रोका जाए। उन्होंने कहा था कि सुशांत के जीवन पर आधारित आगामी या प्रस्तावित फिल्मों में न्याय- द जस्टिस, आत्महत्या या हत्या: ए स्टार वास लास्ट, शशांक हैं।
अधिवक्ता अक्षय देव, वरुण सिंह, अभिजीत पांडे के माध्यम से दायर याचिका में न्याय आगामी जून में रिलीज होने वाली है, जबकि आत्महत्या और हत्या: ए स्टार वास लास्ट और शशांक की शूटिंग शुरू हो चुकी है।
याचिका में आरोप लगाया है कि फिल्म निर्माता स्थिति का लाभ उठाने के लिए इस तरफ की फिल्म बना रहे हैं। याचिकाकर्ता ने कहा कि उन्हें अंदेशा है कि इस तरह की विभिन्न नाटक, फिल्में, वेब-सीरीज, किताबें, साक्षात्कार या अन्य सामग्री प्रकाशित हो सकती है, जो उनके बेटे या उनके परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। उन्होंने इसके लिए दो करोड़ रुपये के मुआवजा की फिल्म निर्माताओं से मांग की गई है। इसी के मद्देनजर सुनवाई जारी है।