राजधानी हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रही है और दिल्ली के गाजीपुर फूल मंडी में जानमाल का नुकसान के लिए शुक्रवार को आईईडी बम प्लांट किया गया था लेकिन समय रहते इसकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को मिली और बम को निष्क्रिय कर दिया गया । पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी स्पष्ट नहीं है कि यह किसकी करतूत थी लेकिन आशंका है कि यह आतंकवादियों की साजिश हो सकती है ।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ हो सकता है क्योंकि आईएसआई लंबे समय से चाहती है कि भारत के विभिन्न शहरों में विस्फोट कराया जा सके क्योंकि पिछले 7 साल से उसे सफलता नहीं मिल पाई है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद भारत के विभिन्न शहरों में बम विस्फोट का सिलसिला लगभग रुक चुका है हालांकि छिटपुट स्थलों पर धमाका किए जाने की कोशिश अवश्य हुई है।
ताजा मामले में इस बार आतंकियों के पसंदीदा दिन शुक्रवार सुबह एक लावारिस बैग में आईईडी रखकर पूर्वी दिल्ली गाजीपुर फूल मंडी में विस्फोट कराने की कोशिश की गई जो स्थानीय लोगों की जागरूकता के बाद समय रहते टाल दिया गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह घटना 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह से पहले हुई है, जिससे संकेत मिलता है कि यह करतूत पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तथा उसके सरपरस्ती में पल रहे आतंकी संगठनों का है। इस घटना को लेकर शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
भीड़भाड़ वाले बाजारों से लेकर बॉर्डर ,महत्वपूर्ण लोगों के आवास स्थलों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस का कहना है कि उन्हें सुबह 10 बज कर करीब 19 मिनट पर इसकी सूचना मिली। जिसके बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के अधिकारी, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का बम निरोधक दस्ता और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और इलाके को घेर लिया। एनएसजी के एक अधिकारी ने बताया, हमें दिल्ली पुलिस ने सुबह 11 बजे के आसपास संदिग्ध वस्तु के बारे में सूचित किया।
आईईडी को नियंत्रित विस्फोट तकनीक का उपयोग करके नष्ट कर दिया गया है। आईईडी के नमूने एकत्र किए गए हैं और विस्फोटक का पता लगाया जाएगा तथा दिल्ली पुलिस को सूचित किया जाएगा।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि काले रंग के बैग का वजन करीब तीन किलोग्राम था। बैग में लावारिस बम मिलने के मामले ने दिल्ली पुलिस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा कर रख दी है।
जिस तरह का शक्तिशाली बम मिला है उसका इस्तेमाल केवल आतंकी संगठन ही करता है। बम मिलने के मामले में आयुक्त के निर्देश पर स्पेशल सेल में विस्फोटक एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ऐसा माना जा रहा है बम में आरडीएक्स बारूद था तभी बम शक्तिशाली बना था और निष्क्रिय करने के दौरान काफी तेज धमाके के साथ धुंआ निकला। अमोनियम नाइट्रेट होने पर बम इतना तेज धमाका नहीं करता। बम में टाइमर व डेटोनेटर लगे होने की बात कही जा रही है।