विपुल रेगे। बिग बॉस के सोलहवें संस्करण में निर्माता-निर्देशक साजिद खान की एंट्री से बवाल मच गया है। इन दिनों मीडिया की सहायता से शो और फिल्मों को चर्चित करने के स्टंट बहुत अधिक होने लगे हैं। इस मीडियाई स्टंट को रोकने वाला भारत में कोई नहीं है। साजिद खान की बिग बॉस में एंट्री पर हंगामा एक स्टंट है और कुछ नहीं। साजिद खान की औरतखोर छवि को भुनाने का पूरा प्रयास बिग बॉस की मीडियाई टीम कर रही है। पिछले दो साल से बिग बॉस की टीआरपी में आई गिरावट को रोकने के लिए साजिद खान का नया स्टंट सामने लाया गया है।
साजिद खान पर नौ अभिनेत्रियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। दिवंगत जिया खान से लेकर शर्लिन चोपड़ा तक ने साजिद पर गलत ढंग से छूने और प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) ने उनके फिल्म निर्देशित करने पर एक वर्ष के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध हटने के बाद साजिद को कोई काम देने के लिए तैयार नहीं है।
मी टू के आरोपों ने साजिद का कॅरियर लगभग समाप्त कर दिया है। चूँकि बिग बॉस के इस सीजन की रेटिंग में कोई उछाल नहीं है, इसलिए मेकर्स अब चिंता में हैं। बिग बॉस के इस एडिशन की ताज़ा रेटिंग 1.5 बताई गई है। ये रेटिंग पिछले वर्ष की रेटिंग से कम है। बिग बॉस की लोकप्रियता लगातार गिरती चली जा रही है। इसमें उछाल लाने के लिए साजिद खान को लाने का खेल रचा गया है।
ये खेल नारी प्रताड़ना को केंद्र में रखकर खेला जा रहा है। जैसे ही साजिद की बिग बॉस में एंट्री हुई, महिला आयोग सक्रिय हो गया। देश के बहुत से महिला संगठन और सोशल मीडिया ग्रुप्स उठकर विरोध करने लगे। इस प्रकरण को स्त्री प्रताड़ना का विषय बनाया जा रहा है। यदि देश के नागरिक इस प्रायोजित ड्रामे को देख नहीं पा रहे हैं तो उन्हें अपने लेंस सुधारने की आवश्यकता है।
बिग बॉस में तो कई बार स्त्रियों का अपमान किया गया है। उस समय कोई महिला आयोग इस पर कार्रवाई के लिए सक्रिय क्यों नहीं हुआ ? कई रियलिटी शोज में कई बार महिलाओं को प्रताड़ित किया जा चुका है लेकिन दिल्ली महिला आयोग कभी सामने नहीं आया। दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने साजिद खान को बिग बॉस से बाहर करवाने के लिए सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिख दिया है।
इस सारे ड्रामे को टीवी चैनल्स नमक-मिर्च लगाकर पेश कर रहे हैं। इसका परिणाम बिग बॉस के मेकर्स जानते हैं। बदनाम का भी बड़ा नाम होता है। यदि बिग बॉस लाइव ड्रामे के साथ साजिद को बाहर निकालता है, तो वह एपिसोड बिग बॉस के इस सीजन के पैसे वसूल करा देगा। निश्चित ही दर्शक जाकर बिग बॉस देखना चाहेंगे। इस बार के बिग बॉस में कोई बड़ा नाम न होने के कारण बहुत से दर्शक इसे नहीं देख रहे थे।
अब विवाद के कारण साजिद का नाम प्रकाश में आ गया है। महिला आयोग के तीर चलाने और अन्य अभिनेत्रियों के इस विवाद में कूदने के बाद बिग बॉस चर्चा में आ गया है। यही तो बिग बॉस के मेकर्स चाहते थे। आज मुझे एक कहावत याद आ रही है। जब आप कोई मुफ्त कार्यक्रम देखते हैं, मुफ्त वस्तु प्रयोग करते हैं तो आपको पता भी नहीं चलता कि आप स्वयं एक ‘प्रोडक्ट’ बन चुके हैं। इस खेल में आप दर्शक नहीं, बहुत कुछ है, जो आज तक आपको समझ नहीं आया है।