2014 में एक फिल्म आई थी, Hate Story 2. फिल्म का निर्माता टी-सीरीज था और निर्देशक थे विशाल पांडे। उस साल एक नेता द्वारा एक लड़की की जासूसी कराने की स्टोरी और ऑडियो वायरल थी। यह फिल्म उसी स्टोरी को आधार बनाकर बनाई गई थी।
‘हेट स्टोरी-2’ काफी हिट रही थी। इस फिल्म का कथानक समसामयिक राजनीति में मौजूद एक ऐसे नेता के कैरेक्टर से लिया गया था, जो अपने से कम उम्र की एक लड़की की जासूसी कराता है, उसे रखैल की तरह रखता है, उसे किसी से भी मिलने-जुलने की स्वतंत्रता नहीं देता। उस लड़की की पूरी जिंदगी को वह नेता कंट्रोल करता है।
भारत की राजनीति में उसी साल ऐसी एक कहानी बहुत फेमस हुई थी। सुप्रीम कोर्ट से एक राज्य के विधानसभा और मीडिया तक यह कहानी पहुंची थी, ऑडियो वायरल हुआ था, लेकिन बाद में उस नेता के और ताकतवर होने से उस कहानी को हमेशा के लिए दबा दिया गया।
सच्चाई खुलने पर वह लड़की उस नेता से इस कदर दहशत में आ गई थी कि उसने देश ही छोड़ दिया। विदेश में भी वह गुमनाम और अज्ञात रूप से रह रही है। आज जब हेट स्टोरी-2 देख रहा था तो अचानक से भारत के उस बड़े राजनेता का चरित्र आंखों के सामने आ गया।
पूर्व में उस राजनेता पर एक बड़ी महिला नेता का पति भी अपनी पत्नी को हड़पने का आरोप लगा चुका है। उस नेता के कारण वह महिला संवैधानिक रूप से एक के बाद दूसरी बड़ी पोस्ट पर पहुंचती चली गई।
भारत की राजनीति में नेताओं के अवैध संबंध की अनेक कहानियां आती रही हैं। ऐसे अवैध संबंध का क्या उस नेता की कुंडली से कोई संबंध होता है?
यह जानने के लिए मैंने एक प्रसिद्ध महिला ज्योतिष से बात की, जिनके पास उस बड़े राज नेता की कुंडली है। उन्होंने उस बड़े राजनेता की कुंडली को देख कर उसके चरित्र का जो आकलन प्रस्तुत किया है, वह पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है:-
यह कुंडली एक धूर्त नेता की है जो स्त्रियों से व्याभिचार करता है। द्वितीय भाव में मंगल और चंद्र ये बता रहे हैं कि यह व्यक्ती अपने कार्यक्षेत्र में कार्य करती स्त्रियों के साथ दुर्व्यवहार करता है। चंद्र यहाँ वृश्चिक राशि में स्थित है जहाँ वह नीच होता है और दशम भाव का स्वामी भी. दशम भाव कर्म का भाव होता है। दशमेश चंद्र यहाँ पापी ग्रह है। राहु भी शत्रु के ६ भाव से इस मंगल और चंद्र पर दृष्टि डाल रहा है। वृश्चिक राशि कालपुरुष कुंडली की अष्टम राशि होती है जिसके स्वामी मंगल होते हैं। यह राशि गुप्तांग, पाप कर्म और षड्यंत्र की द्योतक है। यह बताता है कि इस व्यक्ती के कर्म बहुत नीच तरह के होते हैं जो पूरी तरह से अभिमान से ग्रस्त भावावेश में किए जाते हैं। ये स्त्रियों का फायदा उठाता है. ये पहले दर्जे का पापी व्यक्ती है।

द्वितीय भाव हमारी वाणी का होता है। इस कुंडली का जातक झूठ बोलता है खासतौर पर अपने कार्यक्षेत्र में ये झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करता है. चंद्र जनता का भी कारक ग्रह माना गया है. मंगल इस कुंडली का द्वितीयेश है और चंद्र दशमेश। मंगल और राहु मिलकर एक अहंकारी और अपराधी मानसिकता वाला दृष्टिकोण देते हैं और जातक से लोगों को झूठ बुलवाते हैं।
यही बात ११ भाव में स्थित शनि और शुक्र भी बता रहे हैं। शनि कर्म कारक ग्रह है और शुक्र स्त्रियों का द्योतक है। ११ भाव लाभ भाव होता है जिसमें यहाँ सिंह राशि है। कुंडली का अष्टम भाव गुप्तांग, सार्वजानिक निंदा, पाप कर्म, षड्यंत्र, अभियोग और पत्नी एवं अन्य स्त्रियों की सम्पत्ति बताता है. शुक्र यहाँ अष्टमेष होकर ११ भाव में शनि के साथ सिंह राशि में स्थित है जो सरकार या सरकारी कार्य स्थल बताती है। ये बता रहा है की ये व्यक्ती सरकारी पद पर कार्यरत है और सरकार में कार्यरत महिलाओं से लाभ उठाता है।

बृहस्पति यहाँ षष्ठेश है, षष्ठ भाव में राहु विराजमान हैं। षष्ठ भाव शत्रु, रोग, चोरी, मुक़दमे के कारकत्व देखता है। ३ और ६ भाव का स्वामी होकर बृहस्पति यहाँ तत्कालिक अशुभ ग्रह है। बृहस्पति के अगले भाव में राहु उसकी बढ़ रहा है जिससे ये दिख रहा है कि ये व्यक्ती म्लेच्छों और विधर्मियों से बहुत प्रभावित है जो सनातन की धारा के विपरीत विचार और आचरण रखते हैं। इससे यह भी दिख रहा है कि इस व्यक्ती को विदेश यात्राओं का कितना शौक है। राहु विदेश का द्योतक है। यह बृहस्पति वक्री है जो बताता है कि ये जातक बहुत बार अपनी बातों से मुकर जाता है।
राहु एक छाया ग्रह है और इसको चंद्र और सूर्य से इस कुंडली में प्रकाश मिल रहा है। इससे ये दिख रहा है कि इस व्यक्ती पर कई मूवी और टीवी सीरीज बन चुकी हैं और ये व्यक्ती लाइमलाइट और लोकप्रियता का भूखा है बिल्कुल वैसे जैसे राहु को जितना भी प्रकाश मिलेगा, वो उसको निगल लेगा। मीडिया जगत की कुंडलियों में ये विशेषता पायी जाती है।
ये व्यक्ती inferiority काम्प्लेक्स (हीन भावना) का भी शिकार है क्योंकि यहाँ सूर्य और बुद्ध केतु के साथ १२ भाव में कन्या राशि में स्थित हैं। कन्या राशि द्विस्वभाव राशि है। ये व्यक्ती कहता कुछ है और करता कुछ और है क्योंकि इसकी मंशा कुछ और ही होती है। १२ भाव छिपकर करने वाले कार्य बताता है। लोगों को लगता है कि ये हिंदू हृदय सम्राट है पर असल में ये म्लेच्छों का समर्थक है।
साभार: एक प्रसिद्ध महिला ज्योतिष विज्ञानी।
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