अर्चना कुमारी। इस्लामिक आतंकवाद का इतना विभत्स रूप शायद ही कभी देखा गया होगा। जब लोगो को जिंदा जलाया गया। दुधमुंहे बच्चो और महिलाओं का गला काटा गया। अब इजरायल हमास के आतंकियों को मिटाने में लगा है और उसकी हरसंभव मदद अमरीका तथा जर्मनी कर रहे है।इस बीच खुलासा हुआ है, हमास ने जुगाड़ वाले ड्रोन से इजरायल पर हमला किया था।
इजरायल और हमास की जंग जारी है और करीब 4000 लोग मारे जा चुके है। इस बीच अमेरिका से हथियारों का जखीरा लिए हुए एक विमान ने नेवातिम में लैंडिंग की है।विमान ने ऐसे समय में लैंडिंग की है जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल को पूरा समर्थन देने की बात कही। इसी तरह जर्मनी और अन्य पश्चिमी देश ने इजरायल का साथ दिया है। हमास के साथ कुछ मुस्लिम देश है जिनकी इजरायल से पहले से नही बनती है।
हमास ने दुकान पर मिलने वाले ड्रोन से इसराइल पर किया था हमला
◆ इस तकनीक को देखकर सुरक्षा विशेषज्ञ भी हैरान है #Hamas | Hamas | #Israel | Israel | pic.twitter.com/TLg6YkEJSp
— News24 (@news24tvchannel) October 12, 2023
भारत सरकार ने जब इजरायल का साथ दिया तब भारत के मुसलमानों ने इसकी निंदा की। ज्ञात हो इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी बाइडेन से लगातार टेलीफोन पर बात की है। बातचीत के बाद बाइडन ने दोहराया है कि अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है और अपनी रक्षा के उसके अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करता है। लेकिन इस्लामिक आतंक के नाम पर हमास की दरिंदगी और बढ़ गया है। उन्होंने दर्जनों बच्चों का अपहरण किया, उन्हें जला दिया और मार डाला। उन्होंने सैनिकों के सिर काट दिए, उन युवाओं की हत्या कर दी जो रंगारंग फेस्टिवल में आए थे।
कई को बंधक बना रखा गया है। इजरायल के पूरे इतिहास में ऐसी बर्बरता कभी नहीं देखी गई।’ इस बीच चौकाने वाले खुलासा हुआ है, जिसमे कहा गया हमास ने जुगाड़ वाले ड्रोन से इजरायल पर हमला किया था। इससे मोसाद भी भौचक्का है। बताया जाता है इजरायली वॉच टावर किनारों से कवच से सुरक्षित हैं लेकिन वहां छत नहीं बनी है।
ऐसे में ड्रोन से गिराए गए बम सीधे गनर की सीट पर गिरे। हमास ने ईरानी ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके रणनीतिक ठिकानों पर हमला किया। एक और बात सामने आई है कि हमास ने बाजार में बिकने वाले जुगाड़ू ड्रोन से इजरायल पर हमला किया। उसने छोटे बमों से लैस कमर्शियल ड्रोनों का झुंड भी भेजा था जबकि ये टोटल जुगाड़ वाले ड्रोन थे, जिनको बाजार से खरीदा गया था।
इसके अलावा इजरायल में भारी हथियारों से लैस लड़ाकों को घुसाने के लिए हमास ने ऑपरेटेड ग्लाइडर का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही हमास ने इजरायल के सिक्योरिटी सिस्टम को नेस्तनाबूद करने के लिए हथियारबंद कॉमर्शियल ड्रोन भी तैनात किए। हमास ने इजरायल पर हमले के लिए इस बार ऐसी रणनीति का इस्तेमाल किया, जिसके बारे में सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि पहले शायद ही कभी इसका इस्तेमाल किया गया।
इजरायल पर छोटे बम गिराने के लिए हमास ने कॉमर्शियल फोर-रोटर ड्रोन का इस्तेमाल किया जबकि ये मोर्टार राउंड जैसे लगते थे। सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि हमास ने इससे पहले हमले के लिए ऐसे हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया। जानकर बताते है वेपोनाइज्ड कॉमर्शियल ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरों पर आसानी से उपलब्ध है। यूक्रेन जंग के दौरान इन्हें पहली बार देखा गया था जबकि यूट्यूब और इंस्टाग्राम ब्लॉगर्स रील्स बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।