उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले रविवार को विश्व के सबसे बड़े दीपक को जलाया गया, लेकिन आग तेज होने से ये प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही जलकर खाक हो गया।घटना के बाद का वीडियो सामने आया है। हालांकि, वीडियो की सच्चाई की पुष्टि नहीं की जा सकती।वीडियो में बताया गया कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले रविवार शाम 6ः00 बजे दीपक जलाया गया, जिसकी आग रात 12ः00 बजे तेज हो गई।
क्या थी दीपक की खासियत?
वीडियो में यूट्यूबर्स ने बताया कि आग लगने से दीपक के पास लगे पेड़ के पत्ते झुलस गए। इस दौरान बड़ी अनहोनी टल गई। आग के कारणों का पता नहीं चला।टाइम्स नाऊ नवभारत से बातचीत करते हुए जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने दीपक की खासियत बताई। यह दीपक उन्हीं के माध्यम से जलाया गया।उन्होंने बताया कि 7.5 करोड़ रुपये की लागत से बने 300 फीट के दीपक में 125 किलोग्राम रूई और 21,000 लीटर तेल का उपयोग हुआ।