अर्चना कुमारी। गौरक्षक बिट्टू बजरंगी के छोटे भाई को हरियाणा के फरीदाबाद में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी थी। उसका कई दिनों की इलाज के बाद अब दिल्ली एम्स में निधन हो गया है। हरियाणा पुलिस अबतक आरोपियों को नही पकड़ पाई है जबकि बजरंग दल के सदस्य बिट्टू बजरंगी को अगस्त में गुरुग्राम के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
वो इन दिनों जमानत पर है। बिट्टू बजरंगी के छोटे भाई महेश पांचाल पर फरीदाबाद की डाबुआ कॉलोनी में 13 दिसंबर 2023 की रात कार सवार लोगो ने नाम पूछकर जिन्दा जला दिया गया था। इस हमले में महेश पांचाल बुरी तरह से झुलसा था। 35 वर्षीय महेश एक पांच वर्षीय बेटी के पिता हैं।उसकी पत्नी गृहणी है। बिट्टू बजरंगी का परिवार सब्जी बेच कर गुजारा करता है।
बिट्टू के पिता और माता का देहांत हो चुका है।जबकि बिट्टू ने शादी नहीं की है। इसकी वजह वो हिंदू धर्म के लिए खुद को समर्पित कर देना बताते हैं। वो बताते है घटना के दिन महेश अपनी सब्जी की दुकान पर मौजूद थे, जहाँ उनको थिनर डाल कर जला दिया गया। मौके पर पहुंचे आरोपियों ने दुकानदार महेश से पूछा था, क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो?
दुकानदार ने हां कहा तो सभी युवकों ने उन पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी।पुलिस ने महेश के बयान दर्ज कर लिए उस समय दर्ज कर लिए और जांच के लिए एसआईटी बना दी। महेश ने पुलिस को बताया कि वह हमलावरों में से एक को पहचानते हैं, जिसका नाम अरमान है।लेकिन वो पकड़ा न गया। घटना को लेकर अपनी एक फेसबुक पोस्ट में बिट्टू बजरंगी ने स्थानीय नेताओं पर भी खुद को अनदेखा करने का आरोप लगाया था।
उसका कहना है,मुस्लिमों ने उसके भाई को जलाया क्योंकि वो गो वंश की रक्षा करता रहा है। आरोपियों में अभी तक अरमान खान के अतिरिक्त कोई अन्य नाम सामने न आया जो हरियाणा पुलिस की नाकामी है। उस समय बजरंगी ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया तो वह मामले को अपने हाथ में ले लेगा लेकिन भाई की मौत के बाद वो पूरी तरह टूट गया है।
उसका कहना था नूंह दंगों में नाम सामने आने के बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसमें पुलिस व जिला प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन बीजेपी वाली हरियाणा सरकार ने कुछ न किया।