अर्चना कुमारी। इंसानियत को शर्मसार करते हुए एक महिला के साथ हैवानियत किया गया । बताया जाता है कि मध्य दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में 40 वर्षीय एक महिला कर्मचारी के साथ हैवानियत का मामला सामने आया ।
महिला के एक जानकार युवक ने महिला पर जानलेवा हमला किया , उसके साथ दुष्कर्म और हैवानियत की। महिला को बेहद गंभीर हालत में एलएनजेपी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया । यह वही दिल्ली है जहां निर्भया के साथ इसी तरह की वारदात को अंजाम दिया गया था।
महिला के परिवार का आरोप है कि आरोपी ने महिला के सिर पर किसी भारी वस्तु से वार करने के अलावा उसके दांत तोड़ दिया। दुष्कर्म करने के बाद महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी। बाद में आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने दुष्कर्म और हमला करने की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी शाकिर को गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस महिला के साथ हैवानियत की बात से इंकार किया है। महिला अपने परिवार के साथ पूर्वी दिल्ली में रहती है। महिला जीबी पंत अस्पताल में ठेकेदार के पास काम करती है। इसके परिवार में चार बेटे व एक बेटी है। एक साल पहले महिला के पति की कैंसर के बाद मौत हो गई थी। रोजाना दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे के बीच उसकी ड्यूटी रहती है।
एक मई की रात को वह जैसे ही ड्यूटी समाप्त कर निकली। आरोपी ने अस्पताल में ही उसे रोक लिया। इसके बाद आरोपी ने महिला पर हमला कर दिया। बाद में उसके साथ दुष्कर्म और हैवानियत की। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया। दो मई की सुबह करीब 8.00 बजे पुलिस ने महिला के 20 वर्षीय बेटे को अस्पताल बुलाया।
वहां पहुंचने पर बेटे को मां के साथ हुई हैवानियत का पता चला। महिला के बेटे ने आरोप लगाया है कि पुलिस का उनके साथ बर्ताव भी ठीक नहीं रहा है। ऐसा लग रहा था कि पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
बेटे ने आरोप लगाया कि उसकी मां के प्राइवेट पार्ट में रॉड डालकर उसकी आंतों तक पहुंचा दिया गया।दो मई को ही इमरजेंसी में महिला का ऑपरेशन किया गया। बेटे के मुताबिक महिला आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी शाकिर महिला का पुराना जानकार है। वह वेटर का काम करता है।
महिला का बयान लेने के बाद उसे झिलमिल इलाके से दबोचा गया है। लेकिन इस तरह की घटना के बाद राजधानी की महिलाएं डरी सहमी कब तक रहेगी यह सवाल उठता है क्योंकि पुलिस क्या अब इस तरह की घटनाओं को रोक पाने में अक्षम साबित हो रही है