कमाण्डर नरेश कुमार मिश्रा| वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला कैंसर का सबसे सस्ता इलाज, 2 रुपए की ये चीज जड़ से खत्म कर सकती है कैंसर
”खानें वाला सोडा ….”
आज यह संदेश आग की तरह दुनियाभर में सोशल मीडिया के जरिए फैल रहा है। परन्तु ज़ायरोपैथी “एल्बिनेट” के नाम से विगत कई वर्षों से कैंसर सहित अन्य बीमारियों को जड़ से समाप्त करने के लिये इसका प्रयोग कर रही है ।
नीचे मैसेज के कुछ अंशभाग प्रस्तुत हैं, जिनके माध्यम से मैं देशवासियों तक एक संदेश पहुँचाना चाहता हूँ।
अमेरिका के लडविंग इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च में अमेरिकी वैज्ञानिकों के दल ने हाल ही में कुछ नए शोध किए। इस टीम की अगुवाई मशहूर कैंसर वैज्ञानिक और जॉन हॉप्किंग यूनिवर्सिटी के ऑनकोलॉजिस्ट (कैंसर विशेषज्ञ) डॉ. ची वान डैंग ने की ।
डॉ. डैंग के मुताबिक, हमने बेकिंग सोडा पर लंबी रिसर्च की और जो परिणाम हमने अब तक सिर्फ सुने थे वो प्रमाणित हो गए ।
डॉ. वॉन डैंग ने कहा कि पहले भी ये बात आप सुन चुके होंगे कि बेकिंग सोडा कैंसर समेत कई बीमारियों का इलाज है ।
उपरोक्त उल्लेख के माध्यम से मैं अपने देशवासियों को यह बताना चाहता हूँ कि हमारे देश में आदिकाल से जन्मा ” आयुर्वेद ” विश्व की सबसे पावरफुल प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली है, जिसे आगन्तुकों ने नेस्तनाबूद कर अपनी पद्धतियों को स्थापित किया। ऐन केन प्रकारेण आयुर्वेद को बदनाम कर लोगों को गुमराह किया गया।
मैंने यह देखा और महसूस किया है कि जब तक किसी भी कार्य को विदेशी प्रमाणित नहीं करते हिन्दुस्तानियों को विश्वास ही नहीं होता। इस बात की प्रमाणिकता नीचे दिये वक्तव्य से स्पष्ट होती है – ” डॉ. डैंग के मुताबिक, हमने बेकिंग सोडा पर लंबी रिसर्च की और जो परिणाम हमने अब तक सिर्फ सुने थे वो प्रमाणित हो गए । “
अच्छा हुआ कि जिसका प्रयोग हम विगत कई वर्षों से कर रहे थे, उसे विदेशियों ने भी प्रमाणित कर दिया और इस सस्ते इलाज को पाकर समूचा भारतवर्ष प्रफुल्लित हो रहा है। मुझे विश्वास है कि यह संदेश विदेशों में भले ही कुछ लोगों तक ही पहुँचा हो, परन्तु हिन्दुस्तान के प्रत्येक नागरिक तक यह सूचना पहुँच गई होगी और आज से ही लाखों कैंसर पेशेन्ट मंहगा इलाज छोड़कर मात्र दो रुपये वाला इलाज शुरू कर देंगे। इनमें से प्लैसिबो इफेक्ट के कारण हो सकता है कि कुछ पेशेन्ट लाभान्वित हों, परन्तु अधिकांश का भगवान ही मालिक है!
इसमे कोई भी शंका नहीं है कि मौजूदा वातावरण में खाने वाला सोडा कैंसर ही नहीं बल्कि अन्य बीमारियों में भी बहुत लाभकारी है। परन्तु सिर्फ खाने वाले सोडे से कैंसर ठीक नहीं हो सकता। इससे शरीर का वातावरण क्षारीय हो जायेगा जो कैंसर के बढ़ने की गति को कम करता है, परन्तु कैंसर को समाप्त नहीं करता। कैंसर समाप्त करने के लिये निम्न आवश्यक पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा –
(1) शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाये रखना ।
(2) शरीर के सभी सेल को पर्याप्त न्यूट्रीशन उपलब्ध करवाना, जिससे बीमारी को समाप्त करने के लिये अधिक से अधिक एनर्जी बनाई जा सके।
(3) शरीर के अंदर मौजूद कैंसर सेल का अपक्षरण किया जा सके ।
(4) अपक्षरण हुये कैंसर सेल को बाहर निकालना ।
अतः मेरा सभी देशवासियों से विनम्र सविनय निवेदन है कि इस तरीके से प्रसारित किये जा रहे वक्तव्यों का अनुशरण करने से पहले अपने उपचारकर्ता से अवश्य परामर्श लें।
कमाण्डर नरेश कुमार मिश्रा
फाउन्डर ऑफ ज़ायरोपैथी-मॉडर्न आयुर्वेद