देश को बदनाम करने वाले मुहिम का हिस्सा रही पत्रिका कारवां तथा कांग्रेसी नेता जयराम रमेश के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराने के बाद अब मोर्चाबंदी भी शुरू कर दी गई है। एनएसए के बेटे विवेक डोवाल ने दिल्ली कोर्ट में बड़ा आरोप लगाया है। बुधवार को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के दौरान उन्होंने कहा कि इन लोगों ने मेरे पिता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और परिवार को देशविरोधी ठहराने के लिए दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रखा है। मेरे परिवार को ‘डी-कंपनी’ बताया गया है, जिसके बारे में देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि यह देश का सबसे बड़ा वांछित आतंकी दाऊद इब्राहिम की कंपनी है। मालूम हो कि जज लोया मामले पर फेक स्टोरी कर देश की सुर्खियों में आने वाली पत्रिका कारवां ने स्टोरी प्रकाशित कर विवेक और शौर्य डोवाल की कंपनी पर सवाल उठाए थे, वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके परिवार पर कई आपत्तिजनक आरोप लगाए थे। उनके निराधार आरोपों और अपने परिवार की बदनामी को देखते हुए विवेक ने दोनों के खिलाफ दिल्ली के एक कोर्ट में आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी।
Vivek made the allegation in his statement recorded before Additional Chief Metropolitan Magistrate Samar Vishal in the criminal defamation complaint filed by him against the magazine and Ramesh.https://t.co/p95Vbc7ZJ8
— The Indian Express (@IndianExpress) January 30, 2019
इसी मामले में बुधवार को उन्होंने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। विवेक ने कहा कि मैं तो सिर्फ बहाना हूं दरअसल सारे हमले हमारे पिता पर किए जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी सारी जिंदगी देश की सेवा में खपा दी, अभी भी वे उसी दाऊद के खिलाफ लड़ रहे हैं, जिससे हमारे परिवार की तुलना की जा रही है। विवेक ने कहा है कि कारवां पत्रिका और रमेश ने हमें और हमारे परिवार को देश विरोधी स्थापित कर दिया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार डी कंपनी से तुलना कर हमारे परिवार के खिलाफ देश विरोधी धारणा बनाई गई है जो तकलीफदेह आरोप है। इतना ही नहीं छोटा राजन और छोटा शकील जो एक खतरनाक आतंकवादी है उसकी तुलना करते हुए हमारे वाले में ‘छोटा डोवाल’ लिखा गया है।
डोवाल के बयान दर्ज करने के बाद कोर्ट ने कहा कि अब इस मामले की अगली सुनवाई 11 फरवरी को होगी उस दिन दो गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की सुनवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि कांरवा ने 16 जनवरी के अंक में ‘डी कंपनीज’ नाम के शीर्षक से एक स्टोरी प्रकाशित की जिसमें विवेक डोवाल पर केमैन आइलैंड में हेज फंड नाम की कंपनी चलाने का आरोप लगाया गया था। पत्रिका ने विमुद्रीकरण के 13 दिन बाद कंपनी के अस्तित्व में आने पर सवाल खड़ा किया था। इसके बाद 17 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसी पत्रिका की स्टोरी के आधार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी कई अनाप शनाप आरोप लगाए थे।
विवेक ने कोर्ट को बताया कि जिस प्रकार एक सोची समझी साजिश के तहत पहले स्टोरी और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हमारे परिवार की छवि बिगाड़ा गया है, वह हमारी प्रतिष्ठा के लिए अपूर्णीय छति है। इसकी भरपाई कभी की नहीं जा सकती है।
URL : Carvan and Ramesh ran campaign to brand Doval anti-national!
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