Archana Kumari. तबरेज नामक चोर के पीट-पीटकर मार दिए जाने के बाद पूरे देश में काफी शोर मचा था। लेकिन इसी तरह लोकेश और वेद प्रकाश को मौत के घाट उतार दिया गया लेकिन किसी ने च* तक नहीं की। क्योंकि मरने वाले दोनों हिंदू थे और हिंदुओं की जान की कीमत इस देश में कुछ भी नहीं रह गई है।
ना तो इस घटना पर किसी राजनेता का कोई बयान आया और ना ही कोई धरना प्रदर्शन हुआ। हैरानी तो तब हुई जब दोनों मृतकों के खिलाफ ही पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया जबकि उनके कई हत्यारे अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं।
वैसे पुलिस का कहना है कि 2 आरोपियों को धर दबोचा गया है बाकी की तलाश की जा रही है। यह घटना हुई देश की राजधानी में और एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी आजादपुर में ।
यहां लोगों की भीड़ ने दो दोस्तों की चोरी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी। दोनों मृतकों की पहचान आजाद पुर, भडौला गांव निवासी लोकेश उर्फ लोकी (24) और इसके साथी जहांगीरपुरी निवासी वेद प्रकाश उर्फ भईया (24) के रूप में हुई है।
फिलहाल महेंद्रा पार्क थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए आरोपियों के नाम राकेश और सुनील बताए जाते हैं जबकि पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है ।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि दोनों दोस्तों की हत्या चोरी के शक में की गई जबकि मृतक लोकेश के परिजनों का दावा है कि आरोपी हत्या के बाद लोकेश के शव को ठिकाने लगाने वाले थे।
घटना की सूचना पाकर जब वे मौके पर पहुंचे तो बदमाशों लोकेश के शव को एक बोरे में डाल चुके थे। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद लोकेश के शव को बोरे से निकाला गया ।
पुलिस का कहना है कि वारदात की सूचना मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को कुछ ही दूरी पर वेद प्रकाश नाम का युवक भी गंभीर रूप से घायल मिला।
पुलिस ने तुरंत दोनों को बीजेआरएम अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि कुछ समय के अंतराल पर अलग-अलग शव मिलने के कारण पुलिस दोनों वारदात को अलग-अलग मान रही थी।
लेकिन बाद में यह साफ हो गया दोनों मृतक दोस्त थे और दोनों की चोरी के शक में पीट पीटकर हत्या की गई। मृतक में एक नशे का आदी भी बताया जा रहा है। लोकेश के परिजनों का कहना है कि लोकेश ढोल बजाने का काम करता था।
जबकि उसकी शादी हो चुकी है और एक बच्चा भी है। लोकेश पालम में एक रिश्तेदार के पास गया हुआ था। उन्हें नहीं पता वह कैसे आजादपुर मंडी पहुंचा। लोकेश के भाई अनुज ने बताया कि एक जानकार ने उन्हें आकर सूचना दी कि कुछ लोगों ने लोकेश को मार दिया है।
इस तरह की जानकारी पर वह घबरा गया और वे मौके पर पहुंचे तब उन्हें घटना की जानकारी हुई । जांच में पता चला है कि लोकेश का दोस्त वेद प्रकाश जहांगीर पुरी, एच ब्लॉक झुग्गी बस्ती का रहने वाला था। इसके माता-पिता का देहांत हो चुका है।
जबकि वह सब्जी बेचने का काम करता था और अपनी मौसी के पास रहता था। पुलिस को जहां लोकेश का शव मिला, उस जगह से कुछ ही दूरी पर वेद प्रकाश भी खून से लथपथ पड़ा मिला था।
देश की राजधानी मे दो लोगों की पीट पीटकर हत्या की वारदात के बाद परिजनों के साथ स्थानीय लोगों में भी पुलिस के प्रति भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि आखिर पुलिस उस वक्त कहां थी, जब भीड़ ने दो लोगों को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
क्या मरने वाला तबरेज नहीं था, इसलिए कोई पूछने वाला नहीं है कि आखिर उस वक्त पुलिस कर क्या रही थी। केंद्र या दिल्ली सरकार की तरफ से दोनों निर्धन परिवारों को कुछ मुआवजा भी मिलेगा। क्या सिर्फ दो आरोपियों के पकड़े जाने से मृतकोंं के परिजनों को इंसाफ मिल जाएगा।