चुनाव आयोग के एक सदस्य अशोक लवासा ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के खिलाफ हमला बोला था। उसके बाद से वह पेटीकोट पत्रकारों और विपक्ष की आखों के तारे बन गये थे। असल में अशोक लवासा पी चिदंबरम के खास नौकशाह हैं। पूर्व में पर्यावरण और वित्त सचिव रहते हुए उन्होंने अपनी पत्नी को 12 कंपनियों के बोर्ड आॅफ डायरेक्टरर्स में शामिल कराया था।
चुनाव में हार की आशंका से हताश कांग्रेस ने अशोक लवासा सहित पूर्व चुनाव आयुक्त एस.वाई कुरैशी और नवीन चावला को भी अपने पक्ष में उतार दिया है। यह सब कांग्रेस द्वारा विपक्ष की अन्य पार्टियों और पेटीकोट पत्रकारों के साथ मिलकर लोकतंत्र के अपहरण के प्रयास के लिए किया जा रहा है। एक्जिट पोल ने तो कांग्रेस को और भी बौखल दिया है और कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने तो यह तक बोल दिया कि मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को जानबूझ कर जिताया गया था ताकि आम चुनाव में ईवीएम मैनेज किया जा सके।
अशोक लवासा और उसकी पत्नी को लेकर pgurus वेब और वकील प्रशांत पटेल ने खुलासा किया है।