- भाजपा को लोगों ने इस लिये वोट किया क्योंकि कांग्रेस ने सनातन धर्म के को समाप्त करने की बात की । आम जानता विचारक नहीं होती, उनसे उम्मीद नहीं की जा सकती कि बिना समझाए जानता को अंदर की बातें पता होंगी। जानता ने असल में भाजपा के लिए नहीं बल्कि सनातन की रक्षा के लिए और म्लेच्छों की तुष्टिकरण के विरुद्ध वोट किया है, जो एक सकारात्मक संकेत है ।
- तेलंगना में बीआरएस का हारना इस बात का संकेत है कि वहाँ की जानता ने भी स्थानीय नहीं राष्ट्रीय मुद्दों पर वोट किया है । एमआईएम की सीटों का घटना और भाजपा की सीटों का बढ़ना दिखाता है कि मलेच्छ अब भारत का भविष्य निर्धारित नहीं करेंगे, सनातनी ही इस राष्ट्र का पुनः निर्माण करेंगे । अगले चुनाव में तेलंगाना में बीआरएस और कांग्रेस दोनों में से कोई नहीं जीतने वाला, जो राज्य एकम के लिये स्थान बनाएगा ।
- राजस्थान में बाबा बालकनाथ के नाम को सीएम के नाम के लिए आगे करना भाजपा पर सनातनियों का दबाव दिखाता है, इसका असर आने वाले समय में भारत की राजनीति पर दिखाई देगा ।
- ध्यान देने वाली बात रहेगी कि कितने मुसलमानों ने भाजपा को वोट किया । अगर मुस्लिम वोट % भाजपा की तरफ़ पहले से अधिक होगा तो भाजपा में मुस्लिम तुष्टिकरण और अधिक बढ़ेगा ।
चुनाव परिणाम का मतलब है कि सनातनी अपनी आवाज़ मज़बूती से उठाने जानते हैं और सत्ता अपने हिसाब से बना सकते हैं । आने वाले समय में हमें सामतन की आवाज़ बनना होगा ।
आने वाले समय में हमें एकम सनातन को वैचारिक रूप से शक्तिशाली, संगठात्मक रूप से बेहतर ढाँचागत और एक बेहतर रणनीति बनाकर आगे बढ़ना होगा। हमें सनातन के लिए लड़ते रहना होगा और आवाज़ उठाते रहना होगा, यही हमें विजय की ओर ले जाएगा ।
जय सनातन ।। Yogender Shokeen