अर्चना कुमारी। हमास के हमलों से कोई भारतीय मारे जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि इनकी नजर में मुसलमान छोड़ सभी काफिर हैं। हमास के आतंकियों सिर्फ येहदियो को नही मार रहे बल्कि ईसाई और हिंदुओ को भी निशाना बनाया जा रहा है। इजरायल में हमले से 10 नेपाली नागरिकों की मौत हो गई है और सभी मारे गए हिंदू बताए जाते है।
इस हमले में कई और नेपाली हिंदू जख्मी भी हुए है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने यहां एक बयान में बताया कि इजराइल में हमास के हाल के हमले में 10 नेपाली नागरिकों की मौत हो गयी है। किब्बुत्ज एलुमिम में नेपाल के 17 नागरिकों में से दो को सुरक्षित बचा लिया गया जबकि चार घायल हो गए तथा एक अभी लापता है।
यरुशलम में नेपाल दूतावास ने एक बयान में कहा, हमें उस घटनास्थल से 10 नेपाली नागरिकों की मौत की सूचना मिली है, जहां हमास ने हमला किया था। दूतावास ने कहा, इजराइल पर हमास के हमले में दुखद जान गंवाने वाले 10 नेपालियों की पहचान उजागर हो गई है। इज़राइल में नेपाली दूतावास ने मृतकों के साथ-साथ घायल नेपालियों के नाम भी उपलब्ध कराए हैं।
दूतावास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मरने वाले नेपालियों में धनुषा के आनंद साह, कैलाली के नारायण प्रसाद न्यूपाने, दार्चुला के लोकेंद्र सिंह धामी, सुनसारी के राजेश कुमार स्वर्णकार, बझांग के गणेश कुमार नेपाली, दार्चुला के दीपेश राज बिस्ता, राजन फुलारा शामिल हैं। डोटी से, पदम थापा डोटी से, प्रबेश भंडारी सल्यान से, और आशीष चौधरी कैलाली से।
इसके अलावा, दूतावास ने बताया कि बिपिन जोशी की स्थिति अज्ञात बनी हुई है। इसके अलावा, बिधान सेजुवाल, हिमांचल कट्टेल और प्रबीन डांगी का फिलहाल इलाज चल रहा है। इसी तरह, धन बहादुर चौधरी, बीरेंद्र चौधरी और प्रमोद केसी चिकित्सा प्राप्त करने के बाद सुरक्षित हैं। नेपाल का कहना है शव जल्द ही नेपाल लाए जाएंगे।
Names of Hindu students killed by Islamic terrorists from Palastine in Israel:
1. Narayan Prasad
2. Anand Sah
3. Lokendra Singh
4. Rajesh Kumar
5. Ganesh Kumar
6. Dipesh Raj
7. Rajan Phulara
8. Padam Thapa
9. Ashish Chaudhary
10. Prabesh Bhandari
Several others are hospitalized.
— Newsum (@Newsumindia) October 9, 2023
नेपाल सरकार ने इजराइली सरकार से अनुरोध किया है कि जिन घायलों का इलाज हो रहा है, उनके लिए आवश्यक बंदोबस्त किए जाए। आगे मंत्रालय ने कहा कि वह स्वदेश लौटने के इच्छुक अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए इजराइली सरकार और तेल अवीव में दूतावास के संपर्क में है। आशंका है जिन नेपालियों को शिकार बनाया गया।
वो हिंदू मजदूर और छात्र है। सनद रहे हमास फलस्तीनी इस्लामिक समूह है,आतंकवादी जो 2007 से गाजा पट्टी में शासन चला रहा है। बताया जाता है गाजा पट्टी की आबादी करीब 23 लाख है और यह इजराइल, मिस्र और भूमध्यसागर से घिरा 41 किलोमीटर लंबा और 10 किलोमीटर चौड़ा क्षेत्र है।
जानकर बताते है इजरायल पर फिलिस्तिनी आतंकी संगठन हमास के हमले से मोसाद की सुरक्षा घेरा की पोल खुल गई है हालांकि दोनों देशों में भीषण लड़ाई छिड़ गई है। दोनों तरफ जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है और पूरा विश्व दो गुटों में बंट गया है। हमास के आतंकियों को मुस्लिम देशों का समर्थन है और उसने इजरायल में जो बर्बरता की है, उससे पूरा विश्व परेशान है।
खासकर महिलाओं और बच्चों पर जुल्म किया जा रहा है। हमास आतंकियों ने जहां रॉकेटों की लगातार बारिश कर 800 से ज्यादा इजरायलियों को मौत के घाट उतार दिया है, वहींं मृत सैनिकों, बच्चों और महिलाओं के साथ अमानवीय बर्ताव जारी है। वैसे भारत में भी एक तबका ऐसा है, जो हमास के साथ खड़ा है।