आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने अपने शिष्यों यति सत्यदेवानंद जी व यति रणसिंहानंद जी के साथ ऋषिकेश में माँ गंगा के दत्त घाट पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की छड़ी यात्रा का स्वागत किया और जगद्जननी माँ जगदम्बा व देवाधिदेव भगवान महादेव शिव से इस्लाम के जिहाद और जिहादियों के समूल विनाश की कामना की।
यह यात्रा श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहन्त प्रेम गिरी जी महाराज के मार्गदर्शन में हो रही है। इस अवसर पर उपस्थित सन्तो,श्रद्धालुओं और पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि छड़ी यात्रा सनातन धर्म की रक्षा और सनातनियों की खुशहाली के लिये की जाती है।खुशहाली व समृद्धि शांति से आती है और शांति काल के लिये दुष्टों का विनाश करना ही पड़ता है।

उन्होंने कहा कि आज सम्पूर्ण मानवता को सबसे ज्यादा खतरा इस्लाम के जिहाद से है अतः आज हर व्यक्ति को अपने इष्ट देवता से इस्लाम के ज़िहाद और जिहादियों के समूल विनाश की कामना करनी ही चाहिये।आज दुनिया के हर गैर मुस्लिम को समझना चाहिए की इस्लाम का जिहाद किसी व्यक्ति या समूह विशेष का नहीं अपितु सम्पूर्ण मानवता का शत्रु है।अगर इस्लाम के जिहाद और जिहादियों को नहीं मिटाया गया तो आगामी कुछ ही वर्षो में सम्पूर्ण मानवता का विनाश हो जाएगा।
उन्होंने इजरायल के बच्चों,महिलाओं,सैनिको और वृद्ध नागरिकों पर हमास के द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को किये गए राक्षसी अत्याचार का वर्णन करते हुए कहा कि आज सभ्य विश्व को हमास को केवल एक संगठन नहीं मानने की भूल नहीं करनी चाहिये बल्कि यह समझना चाहिये कि हमास कोई संगठन नहीं अपितु मानव विनाश की विचारधारा जिसे इसलाम का ज़िहाफ़ कहते हैं, उसका एक छोटा सा अंग है।
इसलिये दुनिया को केवल हमास से नहिअपितु सम्पूर्ण इस्लामिक जिहाद और जिहादियों जो समाप्त करना है।
इस अवसर पर श्रीमहन्त कमल पूरी जी महाराज,महन्त संध्या गिरी जी,महन्त सरस्वती गिरी जी,स्वामी बजरंग मुनि जी सहित बड़ी संख्या में साधु संत उपस्थित थे।अरुण त्यागी, बॉबी त्यागी, रेंचो यादव,देवेंद्र सिंह आदि श्रद्धालु भी थे।