जो बर्बरता इजरायल के संग , कई गुना भारत में होगी ;
यदि हिंदू अब भी न चेता तो , पूरी कौम खत्म होगी ।
इजरायल फिर भी बच सकता है, परम साहसी है सरकार ;
हिंदू को बचने न देगी , कायर ,कमजोर , कुटिल सरकार ।
हिंदू का दुश्मन है हिंदू , जो कायर ,कमजोर, नपुंसक है ;
नब्बे – प्रतिशत नेता – अफसर , हिंदू के ही शोषक हैं ।
कब तक हिंदू को लूटोगे ? कब तक तुष्टीकरण करोगे ?
जो सबसे – गंदे हिंदू – नेता , वे अब संतुष्टीकरण करेंगे ।
पश्चिम से उठी है मौत की आंधी , भारत में आ सकती है ;
उत्तर तरफ से चीन भी शामिल, पूरी आफत ढा सकती है ।
सेना का उत्साह भंग है , नेता इतना डरपोक है;
अग्निवीर को लेकर आया , भेज रहा परलोक है ।
केवल अपनी करे सुरक्षा , केवल खुद पर ध्यान है ;
जब भी इस पर जरा भी संकट , होगा अंतर्ध्यान है ।
हिंदू ! अब तो अपनी सोचो, पत्नी बच्चों की जान बचाओ ;
तुझको करने दे अपनी रक्षा, ऐसी अच्छी सरकार बनाओ ।
अभी तुझे लड़ने से रोके , हिन्दू पर ही अत्याचार ;
स्टॉकहोम-सिंड्रोम से पीड़ित , ऐसे लोगों की सरकार ।
ये गुलाम हैं जेहादी के , उनके ही तलवों को चाटें ;
पुरस्कार की गंदी लानत , जिसके लिये देश को बांटें ।
जो भी धर्म मिटा सकता है , नोबेल-प्राइज मिल सकता है ;
अब्राहमिक ग्लोबल एजेंडा , उसको पूरा कर सकता है ।
आस्तीन के सांप पालता , हिंदू ! तू अनजाने में ;
अब क्यों उनको दूध पिलाता ? क्या ये भी है अनजाने में ?
यदि सांपों को पालना चाहो, उनके कांटे का मंत्र भी जानो;
फिर भी काबू न आये तो , उनके फन को कुचलना जानो ।
धर्म-सनातन मार्ग पे चलकर , हर संकट से लड़ सकते हो ;
शत्रुबोध को जागृत करके , हर दुश्मन से भिड़ सकते हो ।
हिंदू ! परम-शक्ति पायेगा , साहस-शौर्य हिलोरें लेगा ;
जब सच्चा-इतिहास जानकर , हिंदू धार्मिक-शिक्षा लेगा ।
इन सबका ही परम शत्रु है , जो अब्बासी-हिंदू नेता ;
जहाँ-जहाँ भी मौका मिलता , गजवायेहिंद होने देता ।
प्रथम कार्य अपनी रक्षा का , हर हिंदू को करना होगा ;
आने वाले हर चुनाव में , अब्बासी-हिंदू को हराना होगा ।