आईएसडी नेटवर्क। सोमवार का दिन भारत के लिए दुगनी खुशियां लेकर आया। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर देश को समर्पित किया और दूसरी ओर भारत की हरनाज़ कौर संधू ने मिस यूनिवर्स का मुकुट अपने माथे पर सजाकर भारत को गौरवान्वित किया। हरनाज़ कौर संधू ने भारत को इक्कीस वर्ष पश्चात ये मुकुट पहनाया है। इससे पूर्व सन 2000 में मॉडल व अभिनेत्री लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी थीं।
उल्लेखनीय है कि अब तक मिस यूनिवर्स के लिए सत्तर बार सुंदरियों को चुना जा चुका है। भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 4:30 बजे हरनाज़ कौर को इस पुरस्कार के लिए चुना गया। प्रतियोगिता में मिस पराग्वे पहले स्थान पर और मिस दक्षिण अफ्रीका तीसरे स्थान पर विजेता रही। हरनाज चंडीगढ़ की निवासी हैं। उन्होंने सन 2017 में मिस चंडीगढ़ प्रतियोगिता जीती थी।
सन 2018 में हरनाज को मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया 2018 का पुरस्कार दिया गया था। इसके बाद उन्होंने मिस इंडिया 2019 की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और अंतिम बारह में स्थान बनाने में सफल रहीं। मिस यूनिवर्स में जाने से पहले ही हरनाज़ फिल्मों में प्रवेश कर चुकी हैं। उन्होंने दो पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया है। ये फ़िल्में इसी वर्ष प्रदर्शित होने जा रही हैं।
फाइनल राउंड में टॉप तीन प्रतियोगियों से पूछा गया था कि आप दबाव का सामना कर रहीं महिलाओं को क्या सलाह देना चाहती हैं। इस प्रश्न का भारतीय प्रतियोगी हरनाज संधू ने सुंदर उत्तर दिया। उन्होंने कहा ‘आपको मानना होगा कि आप सबसे अलग हैं। ये खूबी ही आपको सबसे खूबसूरत बनाती है। आपको आगे बढ़कर बोलना होगा क्योंकि अपनी जिंदगी के संचालक आप खुद ही हैं।’
मिस यूनिवर्स का मुकुट पहनते ही हरनाज़ ख़ुशी से रो पड़ी। उनका कहना था कि एक दिन ऐसा था, जब लोग उनके दुबलेपन का मज़ाक उड़ाते थे। एक प्रश्न में उनसे पूछा गया कि दबाव झेलने वाली युवा महिलाओं को वे क्या सलाह देना चाहेंगी। उन्हें दबाव से कैसे निपटना चाहिए। हरनाज ने कहा ‘मुझे लगता है कि युवा खुद पर विश्वास करने का ही एक दबाव महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा ‘ये जानना कि आप अनूठे हैं, आपको सुंदर बनाता है। उन्होंने आगे कहा- ‘दूसरों से खुद की तुलना करना बंद करें और दुनिया में हो रही सबसे महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें। आपको यही समझने की जरूरत है। मुझे खुद पर विश्वास था और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं।