आईएसडी नेटवर्क। राजस्थान के अजमेर में महाराणा प्रताप सेना ने दावा किया है कि अजमेर दरगाह में एक पवित्र हिन्दू मंदिर है। इस बारे में महाराणा प्रताप सेना के अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को पत्र भी लिख दिया है। सेना ने दरगाह का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की मांग रख दी है। सेना का दावा है कि जाँच होने पर यहाँ मंदिर होने के साक्ष्य सामने आएंगे।
शनिवार को महाराणा प्रताप सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने अजमेर दरगाह की जांच करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा। इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि दरगाह में एक पवित्र हिन्दू मंदिर है। महाराणा प्रताप सेना की ये मांग नई नहीं है। इससे पहले परमार राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके हैं।
उस समय भी परमार ने पुरातत्व विभाग से दरगाह का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की मांग की थी। परमार ने सीएम को लिखे पत्र में कहा था- हिंदू मंदिर को तोड़कर अजमेर में दरगाह बनाई गई थी, इसलिए इसका पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण करवाया जाए। इसमें मंदिर होने के पुख्ता सुबूत सामने आएंगे। हालांकि, उनके पत्र पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई थी।
शनिवार को परमार ने अपनी मांग को दोहराते हुए जांच कराने की बात कही। महाराणा प्रताप सेना के संस्थापक राजवर्धन सिंह परमार ने कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह नहीं बल्कि मंदिर है। परमार ने कहा की दरगाह का सर्वे कराने के लिए राजस्थान सरकार को एक पत्र लिखे हैं और पत्र के माध्यम से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द इसकी जांच हो।
राजवर्धन सिंह ने एक वीडियो अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया है। वीडियो में वे वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. भजनलाल से मांग कर रहे हैं कि अजमेर दरगाह में पवित्र हिन्दू मंदिर है और इस विषय में कई बार गहलोत सरकार से मांग की गई है। वे कहते हैं कि अजमेर दरगाह में खुदाई होगी, तो निश्चित ही मंदिर के प्रणाम मिलेंगे।