“तीन-तलाक” से पीड़ित बहनों के लिए जरूरी सूचना!
“तीन-तलाक” पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला इस मामले में भी ऐतिहासिक है कि इसने भारतीय संविधान के लागू होने अर्थात 26.01.1950 से अबतक दिये गये सभी “तीन-तलाक” को अवैध घोसित कर दिया है! अर्थात शायरा बानो के साथ-2 शाहबानो को दिया गया “तीन-तलाक” भी अवैध है!
यदि कोई तलाक-सुदा बहन अपने घर वापस जाना चाहती हैं या अपने पूर्व-पति से भरण-पोषण का खर्च लेना चाहती हैं तो तत्काल अपने जिलाधिकारी को लिखित रूप से अवश्य सूचित करें!यदि जिलाधिकारी से आपको मदद नहीं मिलती है तो शाम 4-5 बजे आप सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय जी से 8800278866 पर सलाह ले सकती हैं!