आज गौ रक्षा हिन्दू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा नेता वेद नागर के कार्यालय पर शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज की गुर्जर समाज के प्रतिष्ठित युवाओं के साथ एक बैठक हुई जिसमें महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने शिवशक्ति धाम डासना के पुनर्निर्माण के लिये गुर्जरो से सहायता मांगी।
सम्पूर्ण विश्व के इस्लामिक जिहादियों के निशाने पर रहने वाले महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने गुर्जर समाज का आह्वान करते हुए कहा कि गुर्जर समाज हमेशा से ही धर्मरक्षक रहा है।गुर्जरों ने हमेशा से ही धर्म की रक्षा के लिये बलिदान दिए हैं।आज सनातन धर्म के एक प्रमुख तीर्थ शिवशक्ति धाम डासना को अपने पुनर्निर्माण के लिये गुर्जर समाज के सहयोग की आवश्यकता है।गुर्जर समाज को आगे बढ़कर धर्म की रक्षा के लिये शिवशक्ति धाम डासना की सहायता करनी चाहिये।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के आह्वान पर राष्ट्रीय हिन्दू गौ रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा नेता वेद नागर ने कहा कि शिवशक्ति धाम डासना आज सनातन धर्म की सबसे मजबूत आवाज है।यही कारण है कि आज पूरी दुनिया के इस्लामिक जिहादी महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज की हत्या करना चाहते हैं परन्तु सम्पूर्ण गुर्जर समाज हर हालत में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के साथ है।
हम महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के साथ गुर्जरों के घर घर जाएंगे और उनसे शिवशक्ति धाम डासना के पुनर्निर्माण हेतु भिक्षा मांगेंगे।सारी दुनिया ये समझ ले कि गुर्जर समाज सदैव ही धर्म के लिये लड़ने वालों के साथ रहेगा। सभी उपस्थित गणमान्य गुर्जरो को सम्बोधित करते हुए अनिल मावी जी ने कहा कि आज ये समय की आवश्यकता है कि शिवशक्ति धाम डासना को सनातन धर्म का सबसे शक्तिशाली तीर्थ बनाया जाए।
इसके लिये हर गुर्जर को संकल्प लेना चाहिये।हम सभी गुर्जर अच्छी तरह से जानते हैं कि पहले हम सनातनी हैं और उसके बाद गुर्जर हैं।यदि धर्म नहीं बचा तो जाति कैसे बचेगी?इसीलिए हर गुर्जर अपनी तरह से धर्म की लड़ाई में हर सम्भव सहयोग करें।साथ में पप्पू प्रधान सादुलापुर विकाश नेता जी सादापुर देवेन्द्र कुमार देवा सनपुरा वीरेन्द्र प्रधान जानसुआना सन्दीप एडवोकेट सेनी महेन्द्र प्रधान बादलपुर चमन नागर,धीरज नागर फ़ौजी, डॉक्टर ज्ञानेंद्र नागर,मोहित बजरंगी आदि लोगों ने मौजूद रहकर समर्थन किया।