अगर कांग्रेस सरकार ने विरोधी विचारधारा के नेताओं को मान दिया होता तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय, जिन्होंने अंत्योंदय और समतामूलक समाज को मूर्त रूप देने के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया, जैसे विचारक भारतीय जनमानस से विस्मृत नहीं होते। लेकिन कांग्रेस ने कभी भी गांधी-नेहरू परिवार के आगे सोचा ही नहीं। लेकिन केंद्र और यूपी राज्य सरकार के सहयोग से ‘मुगलों के सराय’ का नाम बदलकर अंत्योदय के पक्षधर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया है। यह नाम इसलिए भी उपयुक्त है क्योंकि पंडित जी की मृत्यु इसी मुगलसराय स्टेशन पर हुई थी।
मुख्य बिंदु
* साल 1970 से हो रही थी इस जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने की मांग
* इतने सालों तक कांग्रेस ने गांधी-नेहरू के नाम से आगे कभी किसी और के बारे में सोचा ही नहीं
वैसे भी इस स्टेशन का नाम और समय देखा जाए तो मुस्लिम तुष्टीकरण और फूट डालो शासन करो की नीति ही सामने आती है। यह स्टेशन 1862 में अस्तित्व में आया था। उस समय तक देश से मुगलों का शासन पूरी तरह खत्म हो चुका था। अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजों ने मुस्लिम समुदाय को तुष्ट करने के लिए यह नाम रखा। चंदौली जिले के अंतर्गत इसी स्टेशन पर साल 1968 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मृत मिले थे। हालांकि आज तक उनकी मौत का खुलासा नहीं हो पाया है कि आखिर इस तरह उनकी असामयिक मौत क्यों हुई?
साल 1970 से भारतीय जनसंघ और बाद में बनी भारतीय जनता पार्टी पंडित जी की याद में इस स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने की मांग करती आ रही थी, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। अंत में पिछले साल ही जब यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो उन्होंने जनता की मांग पर केंद्र सरकार को इस स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव भेजा। जिसे बाद में केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी। हालांकि खास समुदाय ने इसका विरोध कम नहीं किया। लेकिन अधिसंख्य की मांग को देखते हुए मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय कर दिया गया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन किए जाने पर रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी खुशी जताई। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अधिसंख्य लोगों की मंशा को देखते हुए यूपी में मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया है। इसके आगे उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पं .दीन दयाल जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा।
नागरिकों की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मुगलसराय जंक्शन का नाम परिवर्तित कर पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया, मुझे खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पं .दीन दयाल जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा। pic.twitter.com/PoHDGQmu5i
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 4, 2018
URL: Mughalsarai Railway Station to be Known as Pt Deen Dayal Upadhyaya Junction
keywords: योगी सरकार, मुगलसराय जंक्शन, रेलमंत्री पीयूष गोयल, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, Yogi Adityanath, Pt Deen Dayal Upadhyaya Junction, mughal sarai junction, piyush goyal