बेटी जब बड़ी हो जाती है तो उसके पिता को शादी को लेकर चिंता लाजमी है लेकिन अब्दुल रशीद जैसे अभागे बाप को जिसे शेहला रशीद जैसी बेटी से अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। भारत देश के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाली शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद ने अपनी ही बेटी पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए है।
शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद ने जम्मू कश्मीर के डीजीपी को पत्र लिखकर दावा किया है कि उन्हें अपनी बेटी से जान का खतरा है। उन्होंने पत्र में उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मेरी बेटी शेहला रशीद देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है। यह पत्र डीजीपी को संबोधित करते हुए तीन पन्नों में अंग्रेजी भाषा में लिखा गया है। अब्दुल रशीद का कहना है कि उनकी बेटी जबरदस्त पैसे खर्च कर रही है और कथित तौर पर एनजीओ चला रही है।
इससे साफ होता है कि उसका संबंध कहीं ना कहीं आतंकवादियों से हो सकते हैं। अब्दुल रशीद ने इसकी जांच केंद्रीय एजेंसियों से कराने की मांग की। जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद के पिता ने अपनी बेटी को ऐंटी नैशनल बताते हुए कहा है कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दी जाए । जम्मू-कश्मीर में सोमवार को यह मामला सामने आया और उसके बाद राजनीतिक दलों तथा सोशल मीडिया में सरगर्मियां तेज हो गई ।
शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद ने कहा कि उन्होंने इस बारे में संबंधित पुलिस थाने को भी सूचना दी है ताकि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचा सके। अब्दुल रशीद जिन का पूरा नाम अब्दुल रशीद शौरा है, उन्होंने आगे कहा है कि उन्हेंं पक्का पता है उनकी बेटी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है। यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी जुबैदा शौर, बड़ी बेटी आसमा रशीद और एक पुलिसकर्मी साकिब अहमद भी उसके साथ है। उन्होंने कहा कि साकिब उनकी बेटी का पीएसओ है।
शेहला के पिता अब्दुल रशीद का कहना है कि साल 2017 में उनकी बेटी अचानक ही कश्मीर की राजनीति में आ गई थी। पहले वह नैशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई थी। उसके बाद जेकेपीएम में शामिल हुई । उन्होंने बताया कि टेरर फंडिंग मामले में पहले ही इंजिनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। इन दोनों नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की।
अब्दुल रशीद ने दावा किया है कि जून 2017 में इन दोनों नेताओं ने उसे वटाली के घर पर बुलाया था, जो कि श्रीनगर में है। वहां पर उसे कहा गया कि उसकी बेटी को उनके साथ जोड़ा जाए और वह एक नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। अब्दुल रशीद ने आरोप लगाया कि उस दिन उसे मौके पर तीन करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी लेकिन उन्होंने मना कर दिया था।
उसके बाद उनकी बेटी से संपर्क किया गया और पार्टी में शामिल करा दिया गया। उन्होंने कहा, ‘मैंने उस समय कहा था कि जो पैसे उसे (शेहला रशीद) को दिए जा रहे हैं, वह गलत रास्ते से आए हैं और इनका इस्तेमाल भी गलत जगह पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि इसके बाद उनकी बेटी नहीं मानी और इन नेताओं के साथ जुड़ गई थी। इतना ही नहीं, उनका कहना है कि जब उन्होंने अपनी बेटी को मना किया तो उनसे कहा गया कि वह इस मामले में चुप रहें अन्यथा परिणाम बुरे होंगे। उन्हें बताया गया कि पैसे ले लिए गए हैं।
इन पैसों को जहां पहुंचाना था वहां भेज दिए गए हैं। यह भी कहा गया कि आगे और भी पैसे आएंगे। शेहला के पिता अब्दुल रशीद ने आरोप लगाया कि इन सबके बाद उन्हें तंग किया जाने लगा। उनके घर पर कई लोगों का आना-जाना शुरू हो गया। जब उन्होंने इन सब गतिविधियों का विरोध किया तो उन्हें धमकियां दी जाने लगीं। अब्दुल रशीद का यह भी कहना है कि उन्हें घर से बाहर करने का पूरा प्रयास किया गया।
अब उन्हें अपनी जान को खतरा लग रहा है। उनको पता है कि उनकी बेटी देशद्रोही लोगों के साथ जुड़ गई है। ऐसे में उन्हें जान से मारा जा सकता है। इसी वजह से उन्होंने अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। पिता के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए शेहला रशीद ने इसे आधारहीन और घृणित बताया। उन्होंने कहा है कि साफ तौर पर कहा कि मेरे परिवार में ऐसा नहीं होता है, जैसा आज उनके पिता ने किया ।
शेहला रशीद ने यह भी दावा किया कि उनके पिता ने उनके साथ साथ उनकी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने पिता को नापाक आदमी करार दिया।शेहला ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह पत्नी को पीटने वाला और एक अपमानजनक, नापाक आदमी है। हमने आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है और यह स्टंट उसी का हिस्सा है।
शेहला ने बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें 17 नवंबर से ही घर में आने से रोका हुआ है। ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है कि शेहला रशीद सुर्खियों में आई है उससे पहले वह कई बार चर्चा में आ चुकी है। जेएनयू में लगे देश विरोधी नारों के बाद चर्चा में आई शेहला रशीद अपने देश विरोधी विचारों की वजह से सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर रही हैं और इनके कई ट्वीट्स और सोशल मीडिया मैसेज विवादों में रहे हैं।
शेहला राशिद का पूरा नाम शेहला राशिद शोरा है और उसका जन्म जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में हुआ। श्रीनगर मेंं इसने स्कूली शिक्षा पूरी की जबकि नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाॅजी से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग करने के बाद कुछ समय तक इन्होंने बतौर इंजीनियर एचसीएल टेक्नोलाॅजी में काम किया। बाद में नौकरी छोड़कर कश्मीर में बाल अधिकारों और महिला सशक्तीकरण के लिये काम करने के बाद जेएनयू में समाजशास्त्र से मास्टर्स की पढ़ाई शुरू की और कानून और व्यवस्था में एम. फिल. की पढ़ाई पूरी की। इसने जेएनयू में छात्र संगठन आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन आइसा की सदस्यता ले ली और 2015 में शेहला रसीद वाइस प्रेसिडेंट जीतकर आई थी ।
इसी साल शेहला ने स्काॅलरशिप करने के यूजीसी के फैसले का बड़ा विरोध किया और पहली बार अखबारों में जगह पाई जबकि जब 9 फरवरी, 2016 को जेएनयू में देश विरोधी नारे लगे और इस विवाद के बाद जवाहर लाल नेहरू स्टुडेंट यूनियन के प्रेसीडेंट कन्हैया कुमार के साथ उमर खालिद और कुछ अन्य छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया तब शेहला रशीद ने इसके विरोध में आंदोलन किया और न्यूज चैनल्स पर वह अपने साथियों का पक्ष रखते हुये दिखाई पड़ी।
शेहला रशीद कश्मीर में भारत सरकार की नीतियों की आलोचना करती रहती है और उसने एक नये राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर पीपल्स मुवमेंट को ज्वाइन यह था जो कि इस पार्टी को भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक पूर्व अधिकारी शाह फैसल ने बनाया। शेहला रशीद पर कई विवादों की वजह से उन कई मामले दर्ज हैं।
इनमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने फरवरी 2017 में फेसबुक पर किये गये कमेंट को आपत्तिजनक मानते हुये एफआईआर दर्ज करवाई जबकि 27 अक्टूबर, 2018 को एक बड़ा विवाद तब हुआ जब उन्होंने इस्लाम अपनाने वाले आईरिश गायक सुहाडा डेविट को इसके लिये बधाई दी। उनकी चारों ओर भारी आलोचना होने लगी और शेहला ने अपना ट्वीटर अकाउंट उस समय डिएक्टीवेट कर दिया।
इसके अलावा उस पर 19 फरवरी, 2019 को देहरादून पुलिस ने शेहला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जब उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर कश्मीरी लड़कियों के एक होस्टल में फंसे होने का दावा किया जो बाद में झूठा निकला। इतना ही नहीं उस पर 19 अगस्त, 2019 को दिल्ली में शेहला राशिद की शिकायत दर्ज करवाई गई, जब उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर भारतीय सेना द्वारा कश्मीरी युवाओं को पीटने और उसका प्रसारण लाउड स्पीकर पर करवाने का दावा किया जबकि भारतीय सेना ने शेहला के इस आरोप को सिरे से खारिज किया और इसे अफवाह बताया था।
बेटी गद्दार है फिर भी इतने दिन तक चुप रहे अब ऐसा क्या हुआ कि उनको देश के सामने कहना पड़ रहा है ये बात?