अर्चना कुमारी “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” नारे देकर देश की बेटियों को सशक्त करने की दावा करने वाली भाजपा में जब एक नेता जी की पत्नी को लगातार तीसरी बेटी हुई तो उन्होंने हताश होकर बेटी को मंदिर पर छोड़ दिया और पुलिस को अपहरण किए जाने की झूठी कॉल कर दी थी।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मध्य दिल्ली के देशबंधु गुप्ता रोड थाने में बुधवार शाम उस समय हड़कंच मच गया जब एक महिला ने अपनी बच्ची के बाइक सवारों द्वारा अगवा होने की खबर दी। बताया जाता है कि यह पीड़ित महिला भारतीय जनता पार्टी के नेता की पत्नी थी। ऐसे में पुलिस हरकत में आ गई।
पुलिस की पड़ताल के बाद रात को उत्तरी दिल्ली के मौरिस नगर में एक मंदिर के बाहर से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया। लेकिन बच्ची की बरामदगी के बाद मामला संदिग्ध लगने पर जब बच्ची की मां से पूूछताछ हुई तो वह बार-बार बयान बदलने लगी।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि बाद में उसने कबूल लिया कि उसने खुद ही बच्ची को मंदिर के बाहर रखकर उसके अगवा होने की झूठी कॉल कर दी। मामला भाजपा के एक नेता से जुड़ा हुआ है, इसलिए पुलिस अधिकारी इस मामले पर बोलने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि मामले की जांच जारी है। पुलिस अधिकारी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के अलावा सीडीआर से पड़ताल करने की बात कर रही है।
महिला ने बताया कि वह परिवार के साथ मल्का गंज इलाके में रहती है। जहां से बच्चा छीनने की बात हाे रही थी, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल पर ऐसी किसी घटना का पता नहीं चला। शक के आधार पर महिला से बात हुई तो उसने हकीकत कबूल ली। उसने बताया कि उसने खुद ही बच्चे को मौरिस नगर छोड़कर यहां आकर झूठी कॉल की।
पता चला कि मनजीत नामक नेताजी की पत्नी को लगातार तीसरी बार बेटी पैदा हुई थी। इस बात वह काफी हताश थी। मामले पर राष्ट्रीय पार्टी के नेता ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया । पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मामले पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं । गौरतलब है कि देश की राजधानी में दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष की बेटी को अगवा कर किए जाने पर सनसनी मच गई थी लेकिन बताया जाता है कि वासु रूखड भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष की पत्नी ने पुलिस को झूठ बोल कर गुमराह किया हालांकि उसकी असलियत अब सामने आ गई है ।