अमरनाथ यात्रा पर हमले का मास्टर माइंड और लश्कर का आतंकी तालिब हुसैन अब भाजपा जम्मू के अल्पसंख्यक मोर्चा के IT Cell व सोशल मीडिया का प्रमुख निकला। गिरफ्तारी के बाद तालिब के पास से हथियारों का जखीरा मिला है।
तालिब हुसैन संघ से भाजपा में आए नेता रविंद्र रैना का करीबी बताया जाता है। रविंद्र रैना वही नेता है, जिसने जम्मू में खुलेआम नारा दिया था, ‘जो नबी का नहीं, वो हमारा नहीं!’
उदयपुर में कन्हैयालाल का गला काटने वाले रियाज अत्तारी के बाद यह दूसरा आतंकी भाजपा में ही छुपा मिला।
यह दोनों घटना दर्शाती है कि भाजपा के अंदर कार्यकर्ता रूप में आतंकवादी गहरे घुस चुके हैं। यहां तक कि भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी स्वयं वंदेमातरम का विरोधी और नुपुर शर्मा मामले में जिहादियों का पैरोकार है।
तत्काल भाजपा अपना अल्पसंख्यक मोर्चा भंग करे और NIA को जांच सौंपे कि ऐसे और कितने आतंकवादी उसकी पार्टी में घुस चुके हैं? ऐसा न हो कि बहुत देर हो जाए?