अर्चना कुमारी। दिल्ली में छठ पूजा को लेकर अक्सर राजनीति की जाती है और इस महापर्व को लेकर भारतीय जनता पार्टी तथा आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करती है। पिछले दिनों कालिंदीकुंज स्थित भोला घाट पर जलबोर्ड अधिकारी के साथ भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा द्वारा की गई बदसलूकी के मामले में अधिकारी ने पुलिस से शिकायत की है। गौरतलब है कि भाजपा सांसद और जल बोर्ड अधिकारी के तू तू मैं मैं का वीडियो वायरल हुआ था। मौके पर एक आम आदमी और सांसद का भी वीडियो वायरल हुआ ।
इस बीच दिल्ली जल बोर्ड के डायरेक्टर ट्रीटमेंट एंड क्वालिटी कंट्रोल ने अपनी शिकायत में सांसद प्रवेश वर्मा व पूर्व विधायक तेजिंदर सिंह बग्गा व अन्यों पर गंभीर आरोप लगाकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। शिकायत में अधिकारी ने बदसलूकी, ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और झूंठ फैलाने के भी आरोप लगाए हैं। अपनी शिकायत में अधिकारी ने वीडियो की प्रति भी लगाई है। पुलिस ने जलबोर्ड अधिकारी संजय शर्मा की शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करने की बात की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि संजय शर्मा ने बताया कि वह अपने सहयोगियों अंकित श्रीवास्तव और गिरीश कुमार के साथ भोला घाट, कालिंदीकुंज पर पानी में केमिकल डालने की काम की देखरेख कर रहे थे। उनका कहना था कि इस केमिकल के डलने के बाद पानी में झाग बनना बंद हो जाएंगे। इस पूरी प्रक्रिया के लिए दिल्ली जलबोर्ड के अलावा जल शक्ति मंत्रालय के एनएमसीजी की ओर मंजूरी मिली हुई थी। इस दौरान भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा, पूर्व विधायक तेजिंदर सिंह बग्गा व अन्य वहां पहुंचे। वहां पहुंचते ही इन लोगों ने संजय शर्मा के साथ बदलसूकी शुरू कर दी।
उनको ‘बेशर्म, घटिया आदमी’ व दूसरे अपशब्दों का प्रयोग किया गया। इन लोगों ने पूरी प्रक्रिया को रोकने का प्रयास किया। इसके अलावा वह मौके पर खड़े होकर झूठा प्रचार करने लगे। उनका कहना था कि मैं बाकी अधिकारियों के साथ मिलकर यमुना में जहरीला केमिकल मिला रहा हूं। प्रवेश वीडियो में कहते हुए दिख रहे हैं कि ‘ केमिकल तेरे सिर पर डाल दूं’, इस केमिकल में तू ही डुबकी लगाकर दिखा। काफी विवाद के बाद वह चले गए। अधिकारी ने बाद में मामले की शिकायत शुक्रवार शाम को ही कालिंदीकुंज थाने में कर दी। जिसके बाद अब पुलिस मामले की जांच कराने की बात कर रही है। लेकिन हैरत की बात यह है कि छठ पूजा के समय ही केमिकल डालने की बात जल बोर्ड को कैसे समझ आई जबकि वहां पर अक्सर झाग निकलता रहता है इससे पहले क्यों नहीं यमुना की सफाई की कोई कार्रवाई अब तक की गई