आईएसडी नेटवर्क। शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पठान’ के गीत ‘बेशर्म रंग’ को लेकर विरोध की राजनीति शुरु हो गई है। सोशल मीडिया पर दीपिका को भगवा कपड़ों में दिखाए जाने का विरोध भयंकर तूल पकड़ चुका है। मध्यप्रदेश के गृह राज्य मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्र ने राज्य में फिल्म को रिलीज की अनुमति न देने के संकेत दिए हैं। इस बारे में देखना होगा कि क्या संविधान मध्यप्रदेश के गृह राज्य मंत्री को स्वतंत्रता देता है कि वे राज्य में फिल्म को रिलीज न होने दे।
शाहरुख़ खान की ‘पठान’ के इस गीत को लेकर यदि सिनेमेटोग्राफ एक्ट को देखे तो फिल्म को प्रतिबंधित करना संभव नहीं है। प्रदेश के गृह राज्य मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्र ने कहा कि राज्य में फिल्म पठान फिल्म के गाने में अभिनेत्री की वेशभूषा और दृश्यों को ठीक करना होगा, नहीं तो फिल्म को प्रदेश में अनुमति दी जाए अथवा नहीं? इस पर फैसला किया जाएगा।
सन 2019 में केंद्रीय सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राज्य सभा में सिनेमेटोग्राफ संशोधन बिल प्रस्तुत किया था। ये बिल पूर्व के सिनेमेटोग्राफ एक्ट(1954) में संशोधन के लिए लाया गया। इस विधेयक में पाइरेसी रोकने के लिए प्रावधान थे और एक प्रावधान किसी फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए था। इसमें सेक्शन (6) पर सबसे अधिक विवाद था।
सेक्शन में कहा गया था कि किसी भी आने वाली फिल्म पर अंतिम निर्णय सरकार का ही होगा, भले ही उसे सेंसर बोर्ड या अपील ट्रिब्यूनल मंजूर कर चुका हो। संशोधित विधेयक अभी प्रस्तावित है इसलिए सेक्शन (6) अभी प्रभाव में नहीं है। इस कारण यशराज प्रोडक्शंस की ‘पठान’ पर फिलहाल तो प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। यदि ये सेक्शन प्रभाव में होता तो फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जा सकता था।
फिलहाल तो ‘पठान’ के बहाने राजनीतिक माइलेज उठाने का दौर चल रहा है। सोशल मीडिया पर ‘बेशर्म रंग’ सबसे अधिक चर्चा में है। इसे भगवा से जोड़ने के बाद तो ये और चर्चा में आ चुका है। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज फिल्म के विरोध में उतर आए हैं।