प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के अंतर्गत जेनेरिक मेडिसीन (सस्ती दवाई) को लेकर जागरूकता एवं जनसामान्य हेतु इसकी सहज उपलब्धता को लेकर प्रतिष्ठा (एनजीओ) की ओर से एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में 5 मई, 2017 (शुक्रवार) को किया गया। इस समारोह में दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद श्री मनोज तिवारी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। साथ ही, केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले विशेष अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शिरकत की।
इस कार्यशाला का शुभारंभ श्री मनोज तिवारी ने दीप प्रज्जवलित करके किया। सांसद मनोज तिवारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए जेरेनिक मेडिसीन (सस्ती दवाइयां) के महत्व एवं मोदी सरकार की ओर से इस संबंध उठाए जा रहे कदमों के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में लोगों तक सस्ती दवाइयां कैसे पहुंचे, इसके लिए भारत सरकार गंभीर प्रयास कर रही है और जरूरी कदम उठा रही है। मैंने अपने लोकसभा क्षेत्र में दो जन औषधि केंद्र खुलवाया है। भारत जैसे देश में जेनरिक दवाओं का महत्व काफी ज्यादा है। इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ओर से प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा के उपरांत देश भर में जेनरिक मेडिसिन की सहज उपलब्धता का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार की तरफ से उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक मेडिसिन के दाम बाजार मूल्य से भी आज कम किए जा रहे हैं। मोदी सरकार का यह महत्वाकांक्षी अभियान बीपीपीआई के साथ मिलकर देश के सभी नागरिकों के हित में शुरू किया गया है। सांसद ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से सरकार का मुख्य उद्देश्य लोगों तक सस्ती से सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराना, उन्हें जागरूक करना और उनके दवाई बजट को कम करना है। लोगों को इस बात को समझना जरूरी है कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर आज उपलब्ध हैं, जिन्हें आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। कम कीमत पर जेनेरिक दवा उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार देश भर में हजारों जन औषधि स्टोर खोलने जा रही है। जन औषधि योजना का मुख्य लक्ष्य गरीब और वंचित वर्ग के लिए ‘जन औषधि स्टोर’ के जरिए अच्छी गुणवत्ता वाली दवाएं कम कीमत पर उपलब्ध कराना है। आर्थिक तौर कमजोर व गरीब तबके के लोगों के लिए यह अभियान वरदान साबित होगा। इस योजना का लक्ष्य है बिना ब्रांड वाली जेनेरिक दवाओं के उपयोग को लोकप्रिय बनाना ताकि आम आदमी के लिए चिकित्सा से संबंधित वास्तविक व्यय को काफी कम किया जा सके। इसके साथ ही, देश के सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा सस्ती और सुरक्षित बनाई जा सके। जन औषधि केंद्रों के संचालन से जहां लोगों को सस्ती व कम दामों में जेनरिक दवाएं मिलेंगी, वहीं व्यापक स्तर पर बेरोजगार फार्मासिस्टों को रोजगार भी मिल सकेगा।
दिल्ली में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ये सरकार लोगों के स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह बेपरवाह है। दिल्ली सरकार लोगों तक सस्ती दवाई उपलब्ध करवाने में पूरी तरह विफल रही है, इसके पीछे जो अनियमितता बरती जा रही है, हम उसका पर्दाफाश करेंगे। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य संबंधी एक और अनियमितता की उन्होंने सीबीआई जांच करवाने की बात कही।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि इस अभियान को पूरी दिल्ली में फैलाने एवं सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रतिष्ठा संस्था की डायरेक्टर सोहिनी रोहिल्ला और उनकी टीम ने बड़ा कदम उठाया है और मैं उन्हें बधाई देता हूं। दिल्ली में अधिक से अधिक जन औषधि केंद्र खुलवाने के लिए प्रतिष्ठा संस्था की टीम अग्रसर है और प्रतिष्ठा की टीम इसके लिए प्रशंसा की पात्र है। हमें सकारात्मक सोच के साथ लोगों का सर्वांगीण विकास करना है। जन औषधि अभियान मोदी सरकार द्वारा चलाया गया एक ऐसा अहम अभियान है, जिससे गरीबों को बहुत राहत मिलेगी और जेनेरिक दवाई से पैसे की बचत होगी। इस महत्वपूर्ण अभियान के लिए मैं हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि यह परियोजना जनहित में काफी लाभकारी साबित होगी। यदि शरीर स्वस्थ होगा तो जीवन के हर पहलू का विकास होगा। बीमारी से गरीब लोग काफी जूझते हैं और महंगे इलाज के चलते उनकी हालत काफी नाजुक हो जाती है। इन समस्याओं को ध्यान में रखकर पीएम मोदी ने दूरदर्शिता के साथ इस योजना को प्रारंभ किया। सस्ती दवाओं को मुहैया करवाने के इस अभियान से गरीबों को काफी मदद मिलेगी। इससे आने वाले समय में न केवल गरीब बल्कि देश के सभी तबकों को लाभ मिलेगा। इस अभियान से लोगों को आर्थिक राहत मिलेगी और उन्हें स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होगा। मैं प्रतिष्ठा को इस बेहद अहम अभियान के लिए धन्यवाद देता हूं।
प्रतिष्ठा संस्था की डायरेक्टर सुश्री सोहिनी रोहिल्ला ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जन औषधि केंद्र खुलवाना, गरीब व मध्यम वर्ग को सस्ती दवाइयां उपलब्ध करवाना और बेरोजगार फार्मासिस्टों को रोजगार मुहैया करवाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए प्रतिष्ठा देशभर में अपने अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है और जनकल्याण के लिए हम सदैव अग्रसर रहेंगे।
बता दें कि जन औषधि योजना एक ऐसा अभियान है जिसे डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स और सेंट्रल फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (बीपीपीआई) ने संयुक्त रूप से लॉन्च किया है ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण दवाइयां सस्ती कीमत पर मिल सके। प्रतिष्ठा (एनजीओ) इस अभियान में अहम भूमिका अदा कर रही है। जनकल्याण हेतु दिल्ली समेत भारत में जन औषधि मेडिकल स्टोर की संख्या में काफी तेज गति से बढ़ोत्तरी होने जा रही है।
इस भरत लाल (बीपीपीआई), डा. विजय कुमार (चीफ एडवाइजर, बीपीपीआई), श्री पोपली (डीन, डीपीएसआरयू), समीरकांत आहूजा, विवेक सहगल, ऋचा वशिष्ठ, उपमा शर्मा, श्री सुरेंदर कुमार (ट्रस्टी, प्रतिष्ठा), धीरेंद्र चौधरी समेत डॉक्टरों, फार्मासिस्टों, मीडिया जगत, बुद्धिजीवियों, समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।