अर्चना कुमारी। राजधानी में जुलूस निकाल लेना कोई आसान नहीं है,जहागीरपुरी का दंगा याद ही होगा अब नंद नगरी इलाके में वाल्मीकि जयंती पर जुलूस में शामिल कुछ बाइक सवार लड़के छोटा रास्ता लेने के चक्कर में ई-ब्लॉक मस्जिद के सामने पहुंच गए। बाइक सवार लड़के नारेबाजी कर रहे थे।
इस दौरान मस्जिद के सामने मौजूद मुस्लिम समुदाय के लड़कों ने इनको नारेबाजी करने से रोका तो विवाद हो गया। देखते ही देखते मौके पर भीड़ जुट गई। इन लोगों ने जुलूस निकाल रहे लड़कों को वापस खदेड़ दिया। बवाल के दौरान दो युवक जख्मी हो गए जबकि भीड़ ने इनकी बाइकों को भी तोड़ डाला।
बवाल की सूचना मिली तो पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। हालात को काबू कर लिया गया। शनिवार शाम करीब 6.30 बजे नंद नगरी से वाल्मीकि जयंती के मौके पर जुलूस निकाला जा रहा था। उसमें भारी संख्या में लोग मौजूद था। इसी जुलूस में अंकित और उसके दोस्त भी बाइक लेकर शामिल होने नंद नगरी पहुंचे थे। जुलूस के लिए पहले से निर्धारित रूट था।
मेन रोड होता हुआ जुलूस अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा था। इस बीच अंकित और उसके दोस्त करीब आधा किलोमीटर जुलूस से दूर थे। इन लोगों ने जुलूस में जल्दी शामिल होने के लिए ई-ब्लॉक मस्जिद वाला रूट ले लिया। करीब 20-25 बाइकों पर सवार होकर लड़के मस्जिद के सामने जाकर नारेबाजी करते गुजर रहे थे ।
लेकिन मुस्लिमों ने उन्हें रोक दिया। इस बीच मौके पर भीड़ इकट्ठा हुई तो दोनो पर लात-घूंसों और डंडों से इन पर हमला कर दिया गया। हमले में अंकित और सिद्धू नामक दो लड़कों को चोट लगी। इनकी बाइक भी तोड़ दी गई। घायलों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद इनको छुट्टी दे दी गई।
पुलिस का कहना है कि पांच-छह बाइकों पर 10-12 लड़के वहां से गुजर रहे थे। वहीं स्थानीय लोगों का दावा कि 20-25 बाइकों पर 50 से 60 लड़के जानबूझकर वहां से नारेबाजी करते हुए गुजर रहे थे। घटना के वीडियो भी वायरल हैं। उसके आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस बल वहां पर तैनात कर दिया गया है।लेकिन पुलिस का दावा है जुलूस शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।