आईएसडी नेटवर्क। मनसुख हिरेन हत्या प्रकरण में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पता चला है कि मनसुख की हत्या से पहले उसको क्लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश किया गया था। ये भी खुलासा हुआ है कि मनसुख की हत्या के समय उसके आसपास तीन से चार लोग मौजूद थे। इस बात का खुलासा उस रिपोर्ट से हुआ है, जो ठाणे कोर्ट के आदेश के बाद एनआईए को सौंपी गई थी। मोबाइल लोकेशन से पता चल गया है कि मनसुख की हत्या के समय सचिन वझे वहीं मौजूद था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनसुख हिरेन के मुंह पर चार रुमाल बांधे गए थे और इसके बाद उस पर क्लोरोफॉर्म डाला गया ताकि वह बेहोश हो जाए। हत्या के आरोपी मनसुख को लेकर कोई गलती नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने रुमाल मनसुख के मुंह पर बांधकर उसको समुद्र में फेंका था, ताकि उसके जीवित बचने की कोई संभावना ही न रहे।
इन बरामद रुमालों की फोरेंसिक जाँच की जा रही है। एटीएस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सचिन वझे ने मनसुख को व्हाट्सएप कॉल करके बुलाया था और ये बातें मनसुख की पत्नी ने भी सुनी थी। मनसुख की हत्या रात 10 बजे के आसपास हुई। मनसुख की हत्या को सचिन वझे ने कार में बैठकर देखा था।
मुकेश अंबानी को धमकी भरा पत्र लिखने वाला वझे ही था। मनसुख प्रकरण में गिरफ्तार हुए विनायक शिंदे के घर काम करने वाले पेंटर ने किया है। एटीएस ने मनसुख की हत्या अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाने), 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) और 34 (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि 5 मार्च को मनसुख हिरेन का शव ठाणे के कलवा क्रीक में बरामद किया गया था। जानकारी के अनुसार सचिन वझे हत्या के समय वही मौजूद था लेकिन उसने डोंगरी क्षेत्र में छापेमारी का नाटक किया, ताकि हिरेन की हत्या की जाँच हो तो वह जाँच को उलझा सके।