अर्चना कुमारी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आरिफ नाम के युवक ने अल्लाह हू अकबर बोलते हुए अपनी मां और बहन को चापड़ से काटकर मार डाला। उतना ही नहीं अपने पिता और भतीजे पर भी जानलेवा हमला किया। इस घटना की सूचना मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरिफ ने पुलिस पर तेजाब फेंकने की कोशिश की।
काफी देर मशक्कत के बाद पुलिस ने आरिफ को गिरफ्तार कर लिया। आरिफ ने काफी मात्रा में घर में तेजाब एकत्र कर रखा था और घटना के बाद घर की छत पर काला झंडा लहरा रहा था। इस्लामी फोबिया का शिकार आरिफ आतंकी संगठन का वीडियो देखता था। आरिफ के बड़े भाई मोहम्मद आजम ने कहा कि आरिफ कट्टर सोच का व्यक्ति है। घटना के समय वह अल्लाह हू अकबर का नारा लगा रहा था। हत्या के बाद वह काला झंडा लहरा रहा था। वह आईएसआईएस का वीडियो देखता था और उसका साहित्य भी पढ़ता था। आरिफ करीब एक हफ्ते से हत्या का षड्यंत्र रच रहा था।
उसका कहना था कि मकान को खाली कर दो और डी ब्लॉक में दूसरा घर बना हुआ है, वहां जाकर रहो। मगर हम लोग उस घर में जाने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद आरिफ ने मां और बहन की हत्या कर दी और घर में आग लगा दी। मेरे बेटे और पत्नी पर भी हमला करने का प्रयास किया। हम लोग किसी तरह जान बचाने में सफल रहे।आजम ने यह भी आरोप लगाया कि आरिफ दुश्मनी रखता था। माता-पिता और बहन को अक्सर प्रताड़ित किया करता था। इस मामले में थाना करेली में दो बार शिकायत की गई थी। जब पुलिस थाने पर उसको बुलाती तो वह माफी मांग लेता था।
उसने बताया कि घटना के समय बच्चे स्कूल गए थे और माता-पिता घर पर आराम कर रहे थे। उसी समय आरिफ ने हमला किया। वह हमेशा अपने साथ चाकू, तलवार, चापड़, जंजीर और एसिड की बोतल रखता था। आरिफ की पत्नी भी इस घटना में शामिल है। आरिफ ने जब शादी की थी तो हम लोगों का परिवार इस शादी के खिलाफ था, लेकिन आरिफ ने एक तलाकशुदा महिला से शादी की ।
प्रयागराज जनपद के करेली थाना अंतर्गत गौस नगर मोहल्ले में यह घटना हुई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी ने पथराव किया और खिड़की से एसिड भरी बोतलें फेंकी। भारी मात्रा में उसने एसिड भरी बोतल एकत्र कर रखी थी। हत्या करने के बाद आरोपी हाथ में चापड़ (फरसा) और काला झंडा लेकर घूमता रहा।
बुधवार को यह दर्दनाक घटना हुई ।पुलिस के अनुसार मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा हो सकता है और जांच में आया है कि युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर परिवार के अन्य सदस्यों को भी जान से मारने की कोशिश की। पता चला है पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की तो इस्लामी जिहादी युवक ने छत और खिड़की से 250 एसिड की बोतलें फेंकी।
आजम ने बताया, आरिफ की पत्नी किचन में खाना बनाते समय हमारे खाने में टॉयलेट का पानी मिला देती थी। पुलिस अधिकारी दीपक भूकर ने बताया- पुलिस को रोकने के लिए आरोपी आरिफ ने घर में गैस सिलेंडर खोलकर आग भी लगा दी। युवक को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले घर में छोड़े गए। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ लिया।
एसिड और पथराव में 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मृतक की शिनाख्त मां अनीशा बेगम, बहन आफरीन के तौर पर की गई और उसके पिता मोहम्मद कादिर बताया जाता है और यह भी पता चला है ,वारदात की जानकारी मिलते ही आरिफ की बड़ी बहन तबस्सुम घर पहुंची। वहां का मंजर देख वह बेहोश हो गई।
आरिफ ने हमले से पहले अपनी पत्नी और 6 साल की बेटी को मायके भेज दिया था। आरिफ घर पर ही ट्यूशन पढ़ाता था, जबकि उसकी पत्नी सरकारी नौकरी करती है। वह बेटी को अपनी मां से भी नहीं मिलने देता था। पत्नी जब नौकरी पर चली जाती तो बेटी को ससुराल में छोड़ आता।पुलिस ने पूरे एरिया को सील कर दिया है।