नई दिल्ली। वकील प्रशांत भूषण एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाखुश है। भूषण ने कहा है कि सुप्रीम भूषण द्वारा Prime Minister’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situations (PM CARES) Fund को NDRF में ट्रांसफर करने की इजाजत न दिए जाने का फैसला दुखद है।
भूषण ने ट्वीट कर कहा है कि पीएम केयर्स फंड एक गुप्त फंड है और यह कोविड-19 की आड़ में पैसा जुटाने का जरिया है। भूषण ने कहा है कि पीएम केयर्स फंड अपारदर्शी है और इसे लेकर सरकार कि कोई जवाबदेही नहीं है। बता दे कि भूषण भी संगठन सीपीआईएल का हिस्सा है जिसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पीएम केयर्स फंड को एनडीआरएफ में ट्रांसफर करने की मांग की थी।
ज्ञात हो कि भूषण को अभी हाल में ही ट्वीट के जरिए प्रधान न्यायाधीशों और सुप्रीम कोर्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में अवमानना का दोषी ठहराया गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 20 अगस्त को भूषण को सजा का ऐलान कर सकता है। वही भूषण पर 11 साल पूर्व का भी एक अवमानना का मामला लंबित है। इस मामले में भूषण ने एक मैगजीन को दिए साक्षात्कार में सुप्रीम कोर्ट के कई पूर्व जस्टिस ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
How different is the PM CARES Fund from the PM’s National Relief Fund?
PM CARES FUND का हिसाब मांगने वाले गद्दारों को राजीव गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के लिए सुप्रीमकोर्ट में कोई याचिका दायर करके हिसाब न मांगना इसबात को सिद्ध करता है कि भारत के सभी गद्दारों की माँ केवल कांग्रेस ही है।जो देश की सीमाएं चीन को बेचती रही और बदले में चीन से पैसे खाती रही।