अर्चना कुमारी। कोलकाता का जादवपुर यूनिवर्सिटी जहां पर मुस्लिम आरोपियों के अत्याचार से एक हिंदू छात्र की मौत हो गई, हिंदू छात्र की मौत रैगिंग की वजह से हुई है, इसका प्रमाण भी पुलिस के पास मौजूद है। क्योंकि विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की तीसरी मंजिल की बालकनी के कोने से एक नीले रंग का हाफ पैंट और गंजी ,जो हिंदू छात्र का था, बरामद किया गया है।
प्रताड़ित छात्र उस बालकनी के पास कमरा नंबर 68 में रहता था और अब इस दुनिया में नहीं है।जादवपुर यूनिवर्सिटी की इस भयावह घटना पर चुप्पी क्यों है और कोई भी इंसाफ हिंदू छात्र को दिलाने आगे न आ रहा । यदि वह मुस्लिम होता तो तथाकथित सेक्युलर अपनी छाती पीट लेते लेकिन क्या आपको पता है कि जादवपुर यूनिवर्सिटी में हिंदू छात्र के साथ क्या हुआ ।
बताया जाता है कि मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आरिफ, शेख नसीम अख्तर आदि ने हिंदू छात्र को नंगा किया, सबके सामने नग्न परेड निकाली और इतना ही नहीं उसके साथ संबंध भी बनाने की कोशिश की,अब यूनिवर्सिटी में वो छात्र मृत पाया गया है लेकिन दुर्भाग्य है कि इस घटना पर कोई हंगामा नहीं हो रहा ? क्या हिंदू छात्र की इज्जत और जान इतनी सस्ती है ? खून क्यों नहीं खौल रहा किसी का या हिंदू विरोधी इको सिस्टम के चलते कोई आवाज नहीं उठाना चाहता।
बताया जाता है कि एक छात्र ने दावा किया कि बरामद कपड़े मृतक छात्र के हैं। जांचकर्ता अर्थशास्त्र विभाग के छात्र के इस बयान की पुष्टि करना चाहते हैं। यदि कथन सत्य है, तो इसे रैगिंग के आरोपों का महत्वपूर्ण परिस्थितिजन्य साक्ष्य माना जाएगा। इसके अलावा कई छात्रों ने पूछताछ में दावा किया है कि मृतक छात्र के साथ न केवल रैगिंग हुई थी, बल्कि उसके कपड़े उतार कर घुमाए गए थे।
हैवानों ने उसके साथ अप्राकृतिक संबंध भी बनाने की कोशिश की थी, जिसकी वजह से वह बहुत ग्लानि महसूस कर रहा था। उसे समलैंगिक कहा जा रहा था, जिससे बार-बार परेशान होकर वह रो रहा था और बार-बार बाथरूम जा रहा था। पुलिस जांच कर रही है। इस मामले में अब तक 12 छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है ।
इनमे अधिकांश मुस्लिम है गौरतलब हों कि बीते दिनों बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की शव मिला था। पहले इसे छत से गिरकर मौत होना माना जा रहा था, अब इसमें लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
इस मामले में 16 अगस्त को पुलिस ने मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आरिफ, अंकन सरकार, असित सरदार, सुमन नश्कर और सप्तक कमेलिया को गिरफ्तार किया था। उसके बाद शेख नसीम अख्तर, हिमांशु कर्मकार और सत्यव्रत राय को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कई पूर्व छात्र हैं जो अवैध रूप से हॉस्टल में रह रहे थे।अब बंगाल पुलिस पर है की वह हिंदू छात्र को इंसाफ दिलाए