अर्चना कुमारी। देश की राजधानी में मंदिर से अतिक्रमण हटाया जा रहा है लेकिन मस्जिद अतिक्रमण करके बनाया गया है तो उसे सुरक्षित रखा गया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली के एलजी 10 मंदिरों को अतिक्रमण हटाए जाने का आदेश दिए जबकि मंडावली में तो लोक निर्माण विभाग की ओर से चलाए जा रहे अतिक्रमणरोधी अभियान के तहत बृहस्पतिवार को मंदिर के हिस्से में लगी गिल्र को हटाने के विरोध में लोगों ने जमकर हंगामा किया।
अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान मंदिर के हिस्से में लगी ‘ग्रिल’ को हटाने के विरोध में लोगों का एक बड़ा समूह एकत्रित हो गया। बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन के कारण क्षेत्र में जाम भी लग गया, हालांकि बाद में स्थिति को नियंत्रित किया गया। पुलिस ने बताया कि अतिक्रमण रोधी अभियान लोक निर्माण विभाग द्वारा चलाया गया और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लगाई गई ‘ग्रिल’ को शांतिपूर्वक तरीके से हटाया गया।
पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने कहा कि तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया के विरोध के बावजूद दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने अतिक्रमण रोधी अभियान की अनुमति दी थी।दिल्ली आबकारी नीति मामले में कथित संलिप्तता के लिए सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आतिशी ने पीडब्ल्यूडी मंत्री का पद संभाला है।
आतिशी ने कहा, मंडावली में दिल्ली के उपराज्यपाल के आदेश पर मंदिर तोड़ा जा रहा है। जब इस मामले से जुड़ी फाइल तत्कालीन गृह मंत्री मनीष सिसोदिया के पास भेजी गई तो उन्होंने इसका विरोध किया था।’उन्होंने कहा, ‘‘उपराज्यपाल साहब ने मनीष सिसोदिया के फैसले को पलट दिया। सिर्फ मंडावली में ही नहीं, उन्होंने दिल्ली में 10 अन्य मंदिरों को भी तोड़ने का फैसला किया है।आम आदमी पार्टी (आप) अतिक्रमण रोधी अभियान का विरोध करती है और इसीलिए पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार शाम से ही मंडावली में मौके पर मौजूद हैं। विरोध प्रदर्शन की वजह से क्षेत्र में यातायात जाम हो गया। बाद में किसी तरह यातायात जाम को खुलावाया गया।
पुलिस ने बताया कि जैसे ही लोगों को पता चला कि मंदिर के बाहर बनी गिल्र को हटाया जा रहा है। यह खबर लगते ही लोग वहां एकत्र हो गए और पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने लगे और विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत करा दिया। इसके बाद लोगों ने प्रदर्शन तो बंद कर दिया, लेकिन उनका जमावड़ा लगा हुआ था।