Sanjiv Lovepreet चर्च ने क्रूसेड किया उसके लिए धर्मयोद्धा सेना बनाई जिसके नेतृत्व इनके पादरी करते थे इस सेना का काम था सभी गैर ईसाई इलाकों पर हमला करना उनको लूट लेना और उनका धर्म परिवर्तन करवा देना क्रूरता मे इनकी कोई मिसाल नहीं थी और धर्मपरिवर्तन के लिए टॉर्चर के ऐसे ऐसे तरीके इन्होंने ईजाद किये थे कि पढ़ के आपकी आत्मा कांप जाएगी।
इस सेना का नाम था knights templar धीरे धीरे knights templar का चर्च से विवाद बढ़ने लगा क्योंकि इनके पास अथाह धन जमा हो गया था और इनका राज बहुत बड़े इलाके पर था और बेहद मजबूत सेना थी। लेकिन चर्च ने इनको काबू में किया इनके बहुत से नेताओ को खतम करवा दिया और knights templar एक गुप्त संगठन बन गया। आगे चल कर इसी गुप्त संगठन ने गुप्त रूप से अपना अभियान आगे बढ़ाया जिसके दो उद्देश्य थे, इसाइयत का प्रचार और उसकी आड़ मे सत्ता पे नियंत्रण इसके लिए इसने और कुछ गुप्त संगठन बनाए जिसमे एक प्रमुख है free mason society फ्री मेसॉन कहने को एक ईश्वर का सिद्धांत मानता है और इसमे किसी भी शहर या देश के बुद्धिजीवी व्यापारी आदि यहा तक की धर्मगुरु आदि को जोड़ा जाता है इनके बैठक आदि गुप्त रहते है।
फ्री मैसन का फैलाव आज दुनिया भर मे है और पश्चिम मे तो इसके सदस्य ज्यादातर देशों के राष्ट्र प्रमुख है बड़ी कंपनी के मालिक है वित्तीय संस्थानों के प्रमुख है ये सब एक दूसरे का समर्थन करते है जिससे इनका नियंत्रण कई देशों मे बना हुआ है इनके काम करने का तरीका बहुत विकसित है ये अलग अलग देशों मे बुद्धिजीवी खड़े करते है उनके माध्यम से अपने एक ईश्वर एक विश्व वाले सिद्धांत को आगे बढ़ाते है इसके लिए ये बहुत से धार्मिक संस्था खड़ी करते है ये रातों रात बड़े बड़े धर्मगुरु खड़े कर देते है क्युकी मीडिया इनके हाथ मे है व्यापारी इनके हाथ मे है बैंक इनके हाथ मे है ।
भारत मे फ्री मैसन के पहले धर्म गुरु थे विवेकानंद थे जो की कुछ समय बाद शायद ये समझ गए थे की उनका उपयोग किया जा रहा है। उनका इनसे विरोध होने लगा और उसके बाद युवा अवस्था मे ही उनकी मृत्यु हो गई क्युकी वो इनके एजेंडे को पूरी तरह मानने को तैयार नहीं थे उनका खड़ा किया हुआ रामकृष्ण मिशन आज भी भारत मे है जहा जीसस का जन्मदिन मनाया जाता है केक काट के !
आज भारत मे कई 5 स्टार गुरु है मुख्य रूप से बंगलोर मे जो it कंपनी वाले युवाओ को घेर के रखे हुए है एक गुरु शिव जी को शिव नहीं आदि योगी के नाम से बेच रहे है दूसरे सरल योग क्रिया को आर्ट ऑफ लिविंग बता रहे है।
अब इस से आगे राजनीति मे इनका कौन से संगठन आदि हैं ये नहीं लिखूँगा ! बस फ्री मैसन का हाथ किसी की पीठ पे है तो इसका सामान्य सा संकेत आपको मिलेगा की एक सामान्य सा व्यक्ति रातों रात बहुत बड़ा बना दिया जाएगा अचानक मीडिया उसके बारे मे पाज़िटिव या नेगेटिव लिखने लगेगा देश विदेश मे उसके भाषण आदि होंगे उसकी बहुत बड़ी छवि बन जाएगी।
one world
one god
जैसे नारे अलग अलग चीजों के लिए सुनाई देने लगेंग
साभार – अमित शुक्ला
सबसे पहले ये कोलकाता पहुचे थे (फ्रीमेसन)
Dr हेडगेवार गरीब परिवार के थे लेकिन नागपुर से मैडिकल की पढाई के लिये कोलकाता पहुच गये उसके बाद कोई practice नही किये डॉक्टर बन के तमाम संगठनो मे उनको पद मिलते गये और फ़िर उन्होने संघ बना दिया जिसको अन्ग्रेज सरकार ने चलने दिया
जैसे कांग्रेस चलती रही अजादी के बाद नेहरु ने संघ को निपटाने की कोशिश की गान्धी हत्या मामले मे लेकिन किसी ताकत ने संघ को फ़िर बचा लिया फ़्री मसोन एक विश्व एक इश्वर की बात करता है ।
संघ एक राष्ट्र एक भारत मा की बात करता है एक निशान एक विधान जैसे नारे उसी तर्ज पे लगाता है संघ हिन्दू समाज को एक इश्वर वो भी भारत माता की तरफ लाने की कोशिश करता है इसके मध्यम से हर हिन्दू विरोधी काम या कानून लागू करवाते रह्ते है इनका काम है की हिन्दू एक जुट हौ के खडा न हौ सत्ता अपने हाथ मे न ले। मोदी जब संघ मे प्रचारक थे तो अमेरिका कोई मीडिया से जुडा कोर्स करने गये थे जिसको अमेरिका की संस्था ने स्पोंसोर किया था उसके बाद अचानक मोदी CM बने, उनके विरोधी अचानक गायब हो गये तोगदीया जैसे प्रखर व्यक्ति हाशिये पे फेंक दिये गये आज देखीये लगातार हर देश से मोदी को सम्मान दिलवाया जा रहा है
ये नया विवेकानंद बनाने की कोशिश कर रहे है हिन्दू नही सध रहा तो पस्मंदा मुस्लिम को तोड के उनका नया पैगम्बर बनाया जा रहा है इसलिये सभी खाड़ी देशो से सम्मान दिलवाया गया अब शायद पूरा मामला समझ आ गया होगा की संघ मे एक विचित्र मानसिकता के लोग ही उपर के पदो पे क्यू होते है
बताते है मोदी ने 12 साल हिमालय मे तप किया ये नही पता की इनके गुरु कौन थे आश्रम कौन सा था हा ये विवेकानंद के R K मिशन के बेलूर मठ के स्वामी को गुरु मानते थे जो अब नही है जीवित ये विवेकानंद प्रोजेक्ट का पार्ट 2 है, इसिलिए ये बंगाल पे खामोश रह्ते है
जी संदीप जी को भेज दिजीये की वो और विश्लेशण करे उन्होने किताब लिखी है मोदी और संघ दोनो पे अगर कोई 12 साल तपस्या किया तो उसके गुरु आश्रम सब का पता होता है और रामकृष्ण मिशन वाले ऐसी तपस्या करते नहीं है। और मोदी के आने के बाद भाजपा मे सिर्फ चाटुकार नेता ही बचे है बाकी सब हाशिये पे डाल दिए गए।
साभार- रामशंकर