आज बनासकांठा की रैली में पीएम नरेन्द्र मोदी ने साफ कर दिया कि 8 नवंबर के बाद काले धन को सफेद करने में जुटे एक भी बैंककर्मी और काले बाजारी नहीं बचेंगे। उन्होंने कहा कि मैं जानता था कि ये पिछला दरवाजा खोलने की कोशिश करेंगे, इसलिए पीछे के दरवाजे पर भी ‘कैमरा’ लगा रखा था। देख लीजिए सरकार धड़ाधड़ छापे मार कर पापियों को पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि देश की जनता मुझ पर भरोसा करे, एक भी ‘नये पापी’ नहीं बचेंगे!
मोदी का गुजराती दिमाग सरल नहीं है। उन्होंने जब 500/1000 की नोटबंदी का निर्णय लिया होगा तो आने वाली हर कठिनाई, चोर दरवाजे, बैंकों में जमा हो रहे नोटों के विशाल अंबार- सबका आकलन कर लिया होगा। उनके चेहरे पर उदासी नहीं, प्रफुल्लता है, जो सफलता का द्योतक है!
मुझे लगता है कि भूकंप की बात भले ही ‘पप्पू’ ने कही हो, लेकिन चपेट में वो नेता, नौकरशाह और राजनीतिक दल ही आने वाले हैं, जिनको कैमरे पर हम कैबरा करते रोजाना देख रहे हैं! मुझे आशंका है कि DeMonetization के बाद जो होने जा रहा है, वह बेईमान राजनेताओं और पार्टियों को बर्बाद करने वाला साबित हो सकता है! चाणक्य की राजनीति के बारे में किताबों में पढ़ा था, आज हकीकत में दिख रहा है, और वह यह कि राजनीति जितना सकारात्मक है, उतना ही क्रूर भी!
खेल जारी है! एक तरफ जनशक्ति की ताकत का भरोसा है, तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट, संसद, गिरोहबंदी, अराजकता, मीडिया, अफवाह आदि तंत्रों के जरिए बाजी पलटने का खेल चल रहा है! जनता तमाशबीन है! देखते जाइए और इस इतिहास का गवाह बनने के लिए अपनी किस्मत पर रश्क कीजिए!