अर्चना कुमारी बीजेपी शासित मध्य प्रदेश में कथित राम राज्य कायम है। यहां एक व्यक्ति ने इंसाफ नहीं मिलने पर दो बच्चो साथ खुदकुशी कर ली।
उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि तीन महीने पहले पत्नी नैनी बंजारा के साथ गांव के ही राजू, कालू, सोनू, गीताबाई, नोजीबाई, लीलाबाई, गोविंद ने मारपीट और छेड़खानी की थी।
इन सभी लोगों को शिकायत के बाद भी कोई कारवाई नहीं हुआ। अब वह तंग आकर जान दे रहा है और इसके लिए सभी जिम्मेदार है।
मृतक ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले। दरअसल मध्यप्रदेश के मंदसौर में दो बच्चों के साथ पिता ने की खुदकुशी कर ली।
मजबूर एक पिता ने अपनी 12 साल की बेटी और 10 साल के बेटे के साथ फंदे से लटककर जान दी है और तीनों का शव आम के पेड़ से लटका हुआ पाया गया। घटना शामगढ़ थाना क्षेत्र के रूंडी गांव का है। जहां बंजारा समाज के युवक ने अपने बेटे और बेटी के साथ खुदकुशी की।
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि तीन महीने पहले पत्नी नैनी बंजारा के साथ गांव के ही राजू, कालू, सोनू, गीताबाई, नोजीबाई, लीलाबाई, गोविंद ने मारपीट और छेड़खानी की थी।
गांव के ही एक परिवार के महिला-पुरुषों द्वारा की गई मारपीट और छेड़खानी से मृतक बेहद आहत था। रविवार की शाम को ही बच्चों से मिलने वह तीन महीने बाद घर पहुंचा था।
घर पहुंचने के बाद उसने बच्चों को शामगढ़ ले जाकर शॉपिंग करवाई थी। इसके बाद मंगलवार की सुबह तीनों का शव पास ही गांव में एक पेड़ से लटका मिला।
इस तरह की दर्दनाक मौत देख ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। गांव वालों ने आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की और पुलिस को शवों को देने से मना कर दिया।
पुलिस के विरोध में ग्रामीणों ने हंगामा किया और आरोपियों के घर पर जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस पर पथराव किया गया। ग्रामीणों में सबसे अधिक महिलाएं विरोध कर रही है।