आईएसडी नेटवर्क। अक्षय कुमार की विवादित फिल्म ‘ओएमजी 2’ को सेंसर बोर्ड से ‘A’ सर्टिफिकेट दिए जाने के बाद फिल्म निर्माताओं की मुश्किलें और बढ़ गई है। फिल्म की कहानी की जानकारियां लीक होने से भी बड़ा नुक़सान हो गया है। अब इस फिल्म को लोग परिवार के साथ देखने से बचेंगे। उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर के पुजारी और साधु संत भी फिल्म के विरोध में उठ खड़े हुए हैं।
फिल्म पर सेंसर बोर्ड द्वारा कैंची चलाने और इसे ‘A’ सर्टिफिकेट दिए जाने के बाद उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से भी विरोध के स्वर उठते दिखाई दे रहे हैं। महाकाल मंदिर के पुजारी और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा है कि जिस फिल्म को बच्चे नहीं देख सकते, उसमे महाकाल मंदिर के शॉट्स क्यों डाले गए हैं।
पुजारी ने कहा कि फिल्म की शूटिंग महाकाल मंदिर में भी की गई है और जब तक ये वाले दृश्य नहीं हटाए जाते, फिल्म का विरोध जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए जल्द ही न्यायालय में याचिका लगाई जाएगी। महेश पुजारी ने कहा कि ‘फिल्म उज्जैन में रहने वाले शिव जी के भक्त कांतिशरण मुद्गल पर आधारित है और भगवान महाकाल के मंदिर में इसकी शूटिंग हुई है। शूटिंग के समय ही मैंने कई विषयों पर आपत्ति ली थी। लेकिन उस समय की मेरी आशंकाओ पर वर्तमान में सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई।
उज्जैन में विरोधियों ने चेतावनी दी है कि यदि फिल्म से महाकाल मंदिर के दृश्य न हटाए गए तो डायरेक्टर, प्रोड्यूसर समेत अक्षय कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। उनका कहना है कि इसे अश्लीलता के लिए ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया है तो महाकाल मंदिर में शूट किए गए दृश्य हटा दिए जाने चाहिए। उल्लेखनीय है कि ‘ओएमजी 2’ को लेकर सेंसर बोर्ड सख्त हुआ और उसने निर्माताओं को कई बदलाव करने के निर्देश दिए थे। बोर्ड ने कुछ दृश्यों को विवादास्पद बताया था।
महाकाल मंदिर के पुजारी और संतों द्वारा इस प्रकरण में एंट्री लेने के बाद फिल्म के लिए स्थितियां और बदतर हो सकती है। विवाद का स्पष्ट प्रभाव फिल्म की एडवांस बुकिंग पर दिख रहा है। अब तक सारे देश में इस फिल्म की बुकिंग मात्र 28 लाख की हुई है। ये बुकिंग भी अक्षय कुमार के प्रशंसकों की है।