अर्चना कुमारी। कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिए प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं को अपमानित करने और डराने की नियत से बनाए गए सुल्ली डील्स एप के मास्टरमांइड ओंकारेश्वर ठाकुर को दिल्ली पुलिस ने मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया है । इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बुल्ली आई ऐप के नीरज विश्नोई को आसाम के जोरहाट से गिरफ्तार किया था
जबकि इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु और उत्तराखंड से तीन अन्य आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि ओंकारेश्वर ठाकुर (26) को न्यूयॉर्क सिटी, टाउनशिप, इंदौर के उसके घर से दबोचा गया। पुलिस का दावा है कि इस आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया है।
जबकि आरोपी का कहना है कि मामला सुर्खियों में आने के बाद उसने सोशल मीडिया के अलावा अपने गेजेट से फुटप्रिंट डिलीट कर दिए थे। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन और उसका लैपटॉप कब्जे में लेकर उनको जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि जुलाई 2021 में गिटहब पर सुल्ली डील्स एप बनाया गया था।
उस समय जब मामला चर्चा में आया तब आरोपी ने सोशल मीडिया से उसे डिलीट कर दिया। आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर ने बताया कि उसने इंदौर के आईपीएस अकादमी से बीसीए किया है। जबकि वह ट्वीटर पर ट्रेडग्रुप का सदस्य था। आरोपी का कहना है कि उसने ही गिटहब प्लेटफॉर्म पर एक कोड विकसित कर सुल्ली डील्स एप का निर्माण किया था।
इसके अलावा गिटहब पर बनाए गए एप पर ग्रुप के सदस्यों का एक्सेस था। उसने ट्वीटर अकाउंट पर भी एप को शेयर किया था। ग्रुप पर हुई चर्चाओं में तय किया गया था कि सभी मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के लिए उनकी तस्वीरे सुल्ली डील्स एप पर नीलामी के लिए अपलोड करेंगे। उस समय ग्रुप के सदस्यों ने ऐसा किया भी।
आरोपी ने बताया कि जनवरी 2020 के दौरान उसने अपने ट्वीटर हैंडल @gangescion के जरिए एक ग्रुप ‘ट्रेडमहासभा’ जॉइन किया था।। सूत्रों का कहना है कि सुल्ली डील्स का मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। लेकिन बुल्ली बाई एप का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले का भी खुलासा करने का दावा किया।