अर्चना कुमारी । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर हुई कथित हंगामा और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने आठ भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बृहस्पतिवार को यह बयान दिया है कि बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हंगामे में कौन-कौन शामिल था, इसके अलावा कोई बड़ा नेता तो तोड़फोड़ में शामिल नहीं था। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान के प्रयास कर रही है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि द कश्मीर फाइल्स को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में विवादास्पद बयान दिया था। इसका विरोध जताते हुए भाजपा युवा मोर्चा ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कथित तौर पर तोड़फोड़ कर दी थी। बाद में सभी आरोपी फरार हो गए थे।
पुलिस ने बुधवार को ही हंगामा बढ़ने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी पर हमला, सरकारी आदेश के उल्लंघन और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस का कहना है कि बुधवार देर रात को पांच भाजपा कार्य कर्ताओं गिरफ्तार कर लिया गया था। इनसे पूछताछ के बाद बृहस्पतिवार को तीन और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि मंगलवार को भाजपा युवा मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री आवास के घर के बाहर प्रदर्शन की अनुमति मांगी गई थी।
लेकिन पुलिस ने इस प्रदर्शन की अनुमति देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद अनुमति न मिलने के बावजूद बुधवार सुबह करीब भाजपा युवा मोर्चा के 150 से 200 कार्यकर्ता सीएम आवास की ओर बढ़ने लगे। आईपी कॉलेज के पास इनको बैरिकेड लगाकर रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन कुछ उत्तेजित कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच तोड़फोड़ कर फरार हो गए थे । बुधवार को हंगामे के दौरान पुलिस ने करीब 70 लोगों को हिरासत में लिया था। बाद में इनको औपचारिकताएं पूरी करने के बाद छोड़ दिया गया था।