शंकर शरण।हिन्दूवादी पार्टी के तौर पर प्रचारित भाजपा के पूरे भारत में लगभग 5000 MPs, MLAs, MLCs है। उन में किसी एक ने भी, कभी भी , बांग्लादेश, पाकिस्तान, कश्मीर में हिन्दू नरसंहार को तो छोड़िए पश्चिमी बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान में समय-समय पर हिन्दुओं के ‘सर तन से जुदा’ के नारों और हिंसक हमलों पर संसद या विधानसभा का विशेष-सत्र बुलाने की औपचारिक माँग भी की? कभी-कभार चुनावी लफ्फाजी, और नियमित रूप से सोशल मीडिया पर बयानबाजी तो ठगने की ट्रिक है। किन्तु लाखों हिन्दुओं ने उन को विधानसभा, और संसद में हिन्दू दुर्दशा पर आवाज उठाने की आशा में उन्हें समर्थन दिया था। क्या यह मानव इतिहास में सब से बड़े विश्वासघात का रिकॉर्ड तोड़ने की दिशा नहीं ?
