50 से लेकर 200 लोगों की नुक्कड़ सभाये करके अमित शाह खुद दिल्ली की गली गली घूम रहे है. और केजरीवाल को उसके पुराने वादों पे और घोषणापत्र पे घेरते जा रहे है.
केजरीवाल कह रहा है के उसने दिल्ली को बसेस दी है. लेकिन सच्चाई यह है के जब उसे दिल्ली की सत्ता मिली थी तब दिल्ली में 5000 बसेस लोगों की आवाजाही के लिए… दिल्ली सरकार के पास उपलब्ध थी. लेकिन अपने इस कार्यकाल में केजरीवाल ने एक भी नई बस नहीं खरीदी. इस वजहसे अब केवल 3700 बसे बची हुई है. और आखरी के 3 महीनों में उसने महिलाओं को फ्री के सफर का लालच देकर गंदी चाल चली है. देख लेना फिर से अगर यह सत्ता में आता है तो यह फ्री की रेवड़ी… जो जनता के पैसे से ही दी जाती है उसे वो वापस छीन लेगा….मीडिया इस फ्री को ऐसे उछाल रहा है जैसे उसने पूरे 5 सालों तक हर एक चीज को फ्री कर दी थी. लेकिन 60 महीने में मतलब पूरे 5 साल तक कुछ भी फ्री नहीं था.
बिजली को फ्री करने की घोषणा भी ऐसाही एक छलावा है. दिल्ली में यह दिखाया जा रहा है के 200 यूनिट तक बिजली बिल्कुल फ्री दी जा रही है. लेकिन सच्चाई यह है के जब दिल्ली में शिला दीक्षित की सरकार थी तभी से 200 यूनिट की बिजली फ्री दी जा रही थी. उल्टा केजरीवाल ने जनता को इसमें एक नया प्रावधान डालकर धोखा दिया है. जब शिला दिक्षित की सरकार थी तब 200 यूनिट खर्च होने के बाद 201 वे यूनिट से ही बिजली का बिल लिया जाता था. लेकिन केजरीवाल की सरकार अगर किसीने 200 यूनिट के ऊपर एक यूनिट भी बिजली खर्च की है तो पहले यूनिट से 201 वे यूनिट तक का पूरा बिजली बिल वसूल रहा है.
20 हजार लीटर पानी फ्री देने की बात भी ऐसेही फर्जीवाड़ा है. अगर कोई फैमिली 20000 लीटर के बाद 2 लीटर भी ज्यादा पानी खर्च करती है तो केजरीवाल पूरे 20002 लीटर के पैसे वसूलता है. मतलब यह एक छलावा है. केजरीवाल किसीको भी कुछ भी फ्री नहीं दे रहा था.
मेट्रो के चवथे फेज को केजरीवाल ने ढाई साल तक लटकाकर रखा है. इस वजह से दिल्ली वालों को न केवल ट्राफिक का सामना करना पड़ा है बल्कि प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ावा हुआ है. केजरीवाल ने दिल्ली वासियों की बस काट दी और मेट्रो लाइन भी काट दी.
उसने 500 स्कूलों का वादा किया था. लेकिन उसने एक भी स्कूल नहीं बनाया है केवल कमरे बनाकर छोड़ दिये है. अमित शाह ने लोगों को नुक्कड़ सभाओं में समझना शुरू कर दिया कि दिल्ली के स्कूलों के 71%तक 10 की परीक्षा के रिझल्ट रहे. इससे अच्छे रिझल्ट उत्तरप्रदेश और बिहार के रहे है. तो इसमें शिक्षा में सुधार कहाँ पर दिखता है ? जब यूपी बिहार की भाजपा शिक्षा के अच्छे रिझल्ट दे रही है तो केजरीवाल के छलावे में क्यों फस रहे हो ??
और एक बडीही दुःखद बात यह है के दिल्ली के जो बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे थे उनमें से जो बच्चे 10 वी और 12 वी की परीक्षा में फेल हो गए उन्है इसकी सरकार ने स्कूल से ही निकाल दिया है और वे बच्चे दूसरे महँगे प्राईव्हेट स्कूलों में दाखिला करवाने के लिए मजबूर किये गए है. ऐसे करीब एक लाख बच्चे है.
अगर प्राईव्हेट स्कूलों का चलन बढ़ता है तो शिक्षा में सुधार का लाभ किसे मिलने की बात केजरीवाल कर रहा है ?? प्राईव्हेट स्कूलों की शिक्षा नीति और वातावरण पहले से ही अच्छा होता है..!! इसमें मनीष सिसोदिया का क्या योगदान ??
भाजपा केजरीवाल को उसीके पुराने घोषणा पत्र पे घेर रही है. उसने कहा था के 20 नए कॉलेज खोलेगा. लेकिन एक भी नया कॉलेज उसने नहीं खुलवाया !!
भाजपा की सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जो अपने घोषणापत्र पर लगातार काम कर रहि है और दूसरों को उनके घोषणा पत्र पर घेर रही है.
केजरीवाल ने घोषणा पत्र में कहा था के वह दिल्ली के हर चौक में 15 लाख CCTV लगाएगा. लेकिन उसने CCTV लगाए नहीं. और इसने क्या किया… गूगल से कुछ फोटो बेचने वाली साइट्स से कुछ तस्वीरें केवल 7000 में खरीदकर वह लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से दिखाना शुरू कर दिया के देखो हमने CCTV लगवाये. !! लेकिन अमित शाह ने नुक्कड़ सभाओं में प्रमाण के साथ लोगों को बताया के CCTV पे झूठ बोला जा रहा है. अभी पिछले 3 महीने में इसने कुछ प्रमुख जगहों पर eyewash करने के लिए कुछ cctv लगवाये है.
अमित शाह नुक्कड़ सभाओं में केजरीवाल के पुराने घोषणापत्र पे बात कर रहे है इस वजह से विकास के नाम पर फैलाया गया उसका सफेद झूठ पकड़ा जा रहा है
इसने अपने पुराने घोषणापत्र में कहा था के महिलाओं की सुरक्षा के लिए वे बसों में होमगार्ड की बहाली करेंगा लेकिन एक भी होमगार्ड किसीभी बस में तैनात नहीं किया गया. अब इसपर सवाल पूछा गया तो बोल रहा है के चुनाव जीतने के बाद कर देंगे.
अमित शाह ने लोगों को केजरीवाल का पुराना घोषणापत्र दिखाते हुए कहा के इसने दिल्ली में 2 लाख नए शौचालय बनाने का वादा किया था ताकि गंदगी नहीं फैले. लेकिन एक भी शौचालय नहीं बना.
अमित शाह ने यह भी दिखाया के केजरीवाल जनलोकपाल के बहाने अण्णा के कंधे पर सवार हो के राजनीति में आया था लेकिन इसने खुद अपने ऊपर लोकपाल की नियुक्ति नहीं कि..!! यह झूठ भी खोल दिया गया.
जिस मोहल्ला क्लिनिक के गुणगान आजतक चैनल पे सतत दिखाए जाते है. पर मोहल्ला क्लिनिक बस फोटो खींचने के लिए ही कुछ चुनिंदा जगह पर बनाये गए है. अब वहां आप अंदर जाकर देखते है तो कहि गायें बैठ रही है तो कहीं पर कुत्ते !! आजतक चैनल केजरीवाल का पार्टनर चैनल है.
इसने वादा किया था के यूरोप की तर्ज पर वह दिल्ली में सड़कों का निर्माण कराएगा लेकिन ऐसी कोई एक भी सड़क इसने नहीं बनवाई. यूरोप की सड़कों की फोटो गूगल से डाउनलोड करके इसने सोशल मीडिया पर डाल दिया.और कह रहा है के इसने दिल्ली को यूरोप बना दिया. लेकिन लोगों ने उन फोटोस का ओरिजिनल लिंक ढूंढकर इसके झूठ को नंगा कर दिया.
केजरीवाल ने वादा किया था के दिल्ली में आरओ की क्वालिटी का पानी देंगे. लेकिन अमित शाह ने प्रमाण के साथ दिखाया के भारत मे पिने का सबसे गंदा पानी दिल्ली की जनता पी रही है. इसपर भी मनीष सिसोदिया का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया. जब इसपर सवाल किया गया तो मनीष सिसोदिया वैज्ञानिक कुतर्क देने लगा. जिसे पूरे भारत ने टीवी डिबेट में देखा है
इधर जब अमित शाह केजरीवाल को असल मुद्दों पे घेर रहे है तब राजदीप सरदेसाई, रविश कुमार, कंवल जैसे पत्रकार झूठ फैला रहे थे की अमित शाह केवल शाहीन बाग और भारत पाकिस्तान की बात कर रहे थे.
जो बातें अमित शाह गली गली नुक्कड़ नुक्कड़ घूम कर उजागर कर रहे है उन्हें टीवी में नहीं दिखाया जा रहा है. टीवी मीडिया के जरिये केजरीवाल केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे भारत की पढ़ी लिखी जनता को भरमाने का काम कर रहा है.
आईय बातें जानते है… शाहीन बाग की,
अमित शाह ने कहा के 8 तारीख को ऐसा बटन दबाइये के शाहीन बाग के अराजकतत्व जगह छोड़कर अपने घर चलें जाए. उसके साथ ही जिस शरजील इमाम ने आसाम को भारत से तोड़ने की बात की थी उस इमाम की केजरीवाल के मंत्री अमानतुल्ला के साथ बहोत सारी तस्वीरे वायरल हो गयी. अमानतुल्ला ने ही दिल्ली में CAA के विरोध में हिंसक आन्दोलन तथा दंगों की अगुवाई की है. इंदिरा जयसिंग केजरीवाल की वकील है और कपिल सिब्बल काँग्रेस का !! दोनों के खातों में PFI नामके इस्लामिक आतंकी संगठन ने पैसा डाला हुआ उजागर हो चुका है. मतलब सीधा है के शाहीन बाग को केजरीवाल और कॉंग्रेस ने PFI से मिलकर स्पॉन्सर किया है
अब हुआ ऐसा है के शाहीन बाग में जमा होने वालो के देशविरोधी मनसूबे जैसे जैसे उजागर होते गए और जैसे जैसे लोग देखते गए कि शाहीन बाग में केजरीवाल का मंत्री अमानतुल्ला दिन भर बैठा रहता है तो केजरीवाल घिर गया !! शाहीन बाग में अमित शाह ने किसी भी तरह से पुलिसिया कार्रवाई करने से टाला है क्यों के शाहीन बाग बैठाने के पीछे की चाल वे अच्छेसे समझ रहे थे. तो मजबूरन केजरीवाल को भी ट्वीट करना पड़ा कि ‘भाजपा उठा ले शाहीन बागियों को हम सहयोग करने को तैयार है’
निर्भया के बलात्कारीयों को बचाने का खेल भी केजरीवाल ही खेल रहा है. ताकि जनता का रोष भाजपा पर चला जाये. लेकिन हमें यह जानना होगा कि केजरीवाल मंडली की वकील इंदिरा जयसिंग ही इन बलात्कारियों की तरफ से दया याचिका डाल रही है
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