बिना खास मेहनत के जब इंसान पर परमात्मा की मेहरबानी हो जाती है और उसकी स्वप्ननिल मनोकामनाएं पूर्ण हो जाए तो अहंकार लाजमी है। लेकिन उसके इस अहंकार से संगठन को जब चोट पहुंचने लगता है तो साकार स्वप्न धराशाई होने का खतरा रहता है। इंसान का भी संगठन का भी। कई बार इसे समझने में वक्त लगता है। लेकिन कोई समझा दे और समझ में आ जाए तो संगठन और स्वप्नदृष्टा दोनों के हित में होता है। उम्मीद है भाजपा अध्यक्ष दिल्ली के वीडियो जर्नलिस्टों द्वारा कि गई शिकायत को गंभीरता से लेंगे। दिल्ली में कुछ वीडियो जर्नलिस्टों ने महीने भर के अंदर दूसरी बार अमित शाह से उनके मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी और जीवीएल नरसिम्हा राव की शिकायत की है। वीडियो जर्नलिस्टों की शिकायत है कि भाजपा के ये प्रवक्ता अहंकार में रहते हैं और उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं।
किसी पत्रकार और सैफोलोजिस्ट का सर्वोच्च सपना राज्यसभा का ही टिकट पाना ही होता है । देश के कई पत्रकार राज्यसभा जाने का सपना देखते देखते हताशा की गर्त में समा गए लेकिन बस नाम के पत्रकार होने के कारण। संघ के दफ्तर का चक्कर लगाते लगाते पत्रकारिता से नेतागिरी का इनाम पाकर राज्यसभा पहुंचने वाले भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी के अहंकार पर दिल्ली के फोटो और वीडियो जनरल स्टोर ने चोट मारी है । फोटो और वीडियो जर्नलिस्टों ने अमित शाह से शिकायत की है उनके प्रवक्ता खुद को मोदी और शाह समझने लगे हैं।
कुछ छायाकारों ने पिछले महीने ही अमित शाह से संसद भवन में अनिल बलूनी और जीवीएल नरसिम्हा राव की शिकायत की थी । हाल ही में भाजपा के महा अधिवेशन के दौरान इन वीडियो और फोटो पत्रकारों ने भाजपा के कई नेताओं से इन दोनों पर प्रवक्ताओं के खिलाफ शिकायत की । गुरुवार को जब भाजपा अध्यक्ष ने भाजपा कवर करने वाले पत्रकारों से अनौपचारिक मुलाकात की तो उस दौरान भी दक्षिण भारत के एक अखबार के ब्यूरो प्रमुख के माध्यम से फोटोजर्नलिस स्टो ने अपनी शिकायत को भाजपा अध्यक्ष तक पहुंचाया। भाजपा के कार्यकर्ताओं की भी शिकायत इस बात को लेकर है कि जब से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर भाजपा का कार्यालय बना है भाजपा के प्रवक्ता फाइव स्टार कल्चर को जीने लगे हैं।
अनिल बलूनी की उपलब्धियां है कि पत्रकारिता के नाम पर संघ कार्यालय का चक्कर काटने का अवसर मिला और इस दौरान में सुंदर सिंह भंडारी के इतने नजदीक आ गए कि जब भी बिहार के राज्यपाल बने तो उन्हें ओएसडी बना ले गए फिर भंडारी जहां-जहां गए बलूनी को साथ रखे। महज 26 साल की उम्र में पत्रकारिता की चरम उपलब्धि हासिल करने वाले बलूनी को 44 साल में ही राज्यसभा का टिकट भी मिल गया । यह अब तक उतरखंड में किसी नेता को सबसे कम उम्र में राज्य सभा पाने का रिकॉर्ड है। फिर तो अहंकार लाजमी है। आखिर जिसे पनेबल लिए पत्रकारिता में जिंदगी रगड़ देने वाले पूरी जिंदगी तपस्या के बाद भी हसिल नहीं कर पाते वो भरी जवानी में हासिल हो जाय तो पचता कहां हैं।
जी वी ऎल एक सेफोलाजिस्ट है। उन्हें दिल्ली में अंग्रेजी मीडिया दिल्ली अंग्रेजी मीडिया के लिए लाया गया। मनोरथ अमितशाह ने वक्त से पहले पूरी कर दी। तो पचा नहीं पाए। दिमाग टीवी की चकाचौंध में ओल बोल होने लगा। अब हार कर फोटो और वीडियो जर्नलिस्टों ने उनके खिलाफ शिकायत भाजपा अध्यक्ष के सामने रखी है। उन्हें भरोसा दिलाया गया है की पार्टी के प्रवक्ता उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करेंगे लेकिन खुद को मोदी शाह समझने वाले बिना मेहनत के वक्त से पहले बहुत कुछ हासिल करने वाले नेताओं की समझ बूझ इतनी जल्दी ठीक हो जाएगी संभावना कम है। लेकिन कोई संगठन अपने बलिदान की कीमत पर अहंकारी शागिर्द नहीं पलता, इतनी सूझ बूझ की अपेक्षा तो है।
URL: BJP spokespersons feel himself modi and amit shah complaint by media persons