अर्चना कुमारी। यूपी के सीतापुर में बंदूक की नोक पर नाबालिग दलित लड़की का अगवा किया गया और उसके बाद उसकी कथित सामूहिक बलात्कार के बाद लड़की की हत्या कर उसके डेड बॉडी को लटका दिया गया। इस मामले में घटना के बाद पीड़ित परिवार ने 5 लोगों को जिम्मेदार ठहराया है।
इसके बाद परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आरोपियों की पहचान शादाब, फारूक, शफी रजा, लतीफ और लकी मियां के रूप में हुई है। उनमें से चार को हिरासत में लिया गया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।घटना सीतापुर जिले के पिसवा थाना क्षेत्र की है।
पीड़ित परिवार की ओर से दी गई शिकायत के मुताबिक घटना 12 अगस्त की है। मृतक बच्ची के पिता के मुताबिक रात करीब साढ़े 11 बजे उनकी 12 साल की बेटी बाथरूम जाने के लिए घर से बाहर निकली थी। इसी दौरान उसे शादाब और फारूक नाम के दो आरोपियों ने बंदी बना लिया और शफी रजा नाम के एक अन्य आरोपी ने उसके सिर पर बंदूक रख दी।
उन्होंने पीड़िता को चेतावनी दी थी कि अगर वह चिल्लाई तो वे उसे मार डालेंगे। बाद में, उन्होंने कथित तौर पर पीड़िता का अपहरण कर लिया। दावा किया गया है कि पड़ोस की एक महिला ने इस घटना को अपनी आंखों के सामने होते देखा और उसने तुरंत परिवार को अपहरण की घटना के बारे में बताया।
इसके बाद, परिवार के सदस्यों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर लड़की को खोजने के लिए निकले लेकिन लड़की नहीं मिली और इस बीच रात करीब 2 बजे जब उन्होंने देखा कि पीड़िता का शव एक पेड़ से लटका हुआ है और उससे खून टपक रहा है । उसके बाद जानकारी पुलिस को दी गई और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तथा डेड बॉडी को कब्जे में ले लिया।
जांच में पता चला कि लड़की शादाब के साथ प्रेम जाल के कथित रिश्ते में थी और उसने ही उसे किसी बहाने से घर से फुसलाया था, जिसके बाद उसने और उसके दोस्तों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। पीड़ित के परिवार ने कहा कि आरोपियों ने उन पर जातिवादी गालियां दीं और कहा कि वे उनके खिलाफ कुछ नहीं कर सकते।
पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि उसकी पत्नी के साथ बलात्कार करेंगे और उसे मार डालेंगे।पीड़िता के पिता के मुताबिक सभी आरोपी जिला पंचायत प्रतिनिधि लकी मियां के गुर्गे हैं,शिकायत में पीड़ित परिवार ने यह भी लिखा है कि उन्हें आरोपियों ने धमकाया है।मृतक पीड़िता के दादा ने कहा कि उनकी पोती की हत्या कर दी गई है ।
इतना ही नहीं आरोपियों ने उसे डराया और कहा कि जेल से बाहर निकलने पर वे उसे मार डालेंगे।पुलिस ने परिवार द्वारा अपनी शिकायत में बताए गए सभी आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया है। इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376-डी, 302, 504 और 506 के साथ-साथ पॉक्सो और एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हैंगिंग आया है।हालाँकि, उन्होंने इन दावों को खारिज कर दिया कि लड़की के साथ बलात्कार किया गया था, यह कहते हुए कि रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया बलात्कार के सबूत नहीं मिले हैं।