कल गौरव प्रधान नामक स्वघोषित डाटा साईंटिस्ट और खुद को मोदी समर्थक बताने वाले गौरव प्रधान का कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के साथ एक फोटो वायरल हुआ। जिसके बाद सफाई में इसने दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के अंदर मोदी का एजेंट साबित करने का प्रयास करते हुए खुद का बचाव किया। और इसके ‘भेड़ समर्थकों’ ने इसे मान भी लिया।
तो क्या इस पिस्सू के भेड़ मानसिकता के चेले यह बताएंगे कि 1) इसके अनुसार यदि दिग्विजय सिंह मोदी जी का एजेंट है, तो क्या मोदी जी ने अपनी ‘हिंदू वाली राजनीति’ के लिए दिग्विजय सिंह को हिंदुओं और भगवा को आतंकवादी कहने के लिए प्रेरित किया था?
2) क्या RSS को आतंकी संगठन साबित करने के लिए मोदी जी ने दिग्विजय को कहा था ताकि भविष्य में RSS उनके प्रधानमंत्री पद की राह में रोड़े न अटकाए?
3) क्या कर्नल पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा, असीमानंद को जेल में ठुंसवा कर हिंदुओं को भड़काने के लिए मोदीजी ने दिग्विजय को कहा था?
4) क्या बम विस्फोट में जेल में बंद कट्टरवादी संगठन सिम्मी के आतंकियों को छुड़वाने और साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित को फंसवाने के लिए मोदी जी ने दिग्विजय को कहा था?
5) क्या मोदी जी ने दिग्विजय को बटला हाउस एनकाउंटर पर आतंकियों को बचाने और इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा सहित दिल्ली पुलिस पर कीचड़ उछालने के लिए कहा था?
मैंने आपसे बार-बार कहा है कि कुछ मास्टरस्ट्रोकवादी अपने पोलिटिकल फायदे और मिल रहे संदिग्ध फंडिंड के लिए प्रधानमंत्री मोदी की गरिमा को अप्रत्यक्ष रूप से चोट पहुंचाने के एजेंडे पर हैं, परंतु भेड़ बुद्धि वालों को वो मोदी समर्थक लगते हैं! बचकर रहिए ऐसों से, क्योंकि ये किसी के सगे नहीं हैं और कभी भी जेल की यात्रा कर सकते हैं!
प्रधानमंत्री मोदी पर आजतक का सबसे घटिया और दिग्विजय सिंह के साथ मिलकर अपनी राजनीति के लिए हिंदुओं के विरुद्ध साजिश रचने का आरोप इस गौरव प्रधान ने लगाया है, जिसके लिए इसे तत्काल गिरफ्तार कर पूछताछ किया जाना चाहिए।
वैसे दिग्गज सिंह और गौरव प्रधान के बीच पहले से ही कुछ समानता है:-
1) एक हिंदुओं को आतंकी कहने, साध्वी प्रज्ञा, असीमानंद और कर्नल पुरोहित को जेल में ठुंसवाने वाला, दूसरा हर हिंदूवादी का चरित्र हनन कर उस पर हमला करने वाला।
2) एक बुढौती में एक महिला एंकर संग फोटो वायरल होने पर उससे शादी करने वाला, दूसरा अपने महिला साथी का यौन उत्पीड़न मामले में अभियुक्त।
3) दोनों कांस्पिरेसी थ्योरिस्ट, और दोनों का झूठ बार-बार पकड़ा गया है। दोनों ने झूठ पकड़े जाने पर बड़ी बेशर्मी से माफी भी मांगी है, और फिर से झूठ के धंधे पर निकल पड़ा है।
4) एक RSS को आतंकी संगठन साबित करने का प्रयास करने के उपरांत अवसर देखकर आज उसकी तारीफ करने वाला, दूसरा उस अवसर का लाभ उठा दिग्विजय सिंह को प्रधानमंत्री मोदी का एजेंट बताने वाला।
5) एक बाटला इनकाउंटर, 26/11 में इस्लामी आतंक का बचाव करने वाला, दूसरा कश्मीर में हिंदुओं के संहार पर हिंदुओं को ही दोष देकर इस्लामिस्टों द्वारा किए संहार का बचाव करने वाला।
6) एक ओसामा बिन लादेन को जी कह कर आतंकी का सम्मान करने वाला, दूसरा हर बात में इस्लामी आतंकवाद का बचाव करने वाला।
गौरव प्रधान के फंड और उसकी गतिविधि काफी संदिग्ध है। इससे पहले कि यह देश के प्रधानमंत्री को अपने एजेंडे के तहत कोई हानि पहुंचाए इसे तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ करने की आवश्यकता है।