आदित्य जैन। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आपको छद्म नारीवादियों , वामपंथियों , उदारवादियों और तथाकथित आधुनिकतावादियों के द्वारा किया जा रहा विमर्श प्राप्त होगा । जिसमें भारतीय नारी को शोषित , दमित और कमजोर प्रदर्शित किया जाएगा । तथा इसका कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कहीं न कहीं हिन्दुओं की प्रथाओं और परम्पराओं को दर्शाया जाएगा । इसके उपरांत वे यह बताएंगे कि नारियों को कैसा होना चाहिए ; उन्हें परिवार , समाज , शिक्षण संस्थानों में कैसा व्यवहार करना चाहिए । इसके लिए वे जिन मानकों की संस्तुति करेंगे , वे सारे मानक उपभोक्तावाद , बाजारवाद , अवैज्ञानिक पाश्चात्य अप संस्कृति के अनुकूल होगा । फटी जींस पहनकर रात्रि दो बजे सिगरेट पीते हुए घूमना , अपने परिवार को गालियों से कोसना , स्वतंत्रता के नाम पर फ्री सेक्स की अवधारणा को समर्थन करना आदि – आदि इनके एजेंडे में आएगा।
आप सभी इस झूठे प्रचार का हिस्सा न बने । भारत की भूमि में नारी नेतृत्व , स्त्री शक्ति – साहस – शौर्य की कभी भी कमी नहीं रही है। भारत में काली , दुर्गा , शारदा , ब्रह्मचारिणी , सावित्री , लक्ष्मी , गार्गी , अहिल्या , मीरा , भगवती सरीखी ऐसी अनेक स्त्रियां हुई हैं , जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व की छाप छोड़ी है। इन्हीं सब व्यक्तित्व को पिरोकर मैंने नारी दिवस की शुभकामनाओं को देने का प्रयास किया है । क्योंकि दिवस चाहे कोई भी हो , हमें उसकी बधाई अपनी सनातन परम्परा के अनुरूप ही देना चाहिए ।
हे भारतीय नारी ! भारत को तार दो
वीरांगनाओं – सा वीर भारत का उपहार दो !
काली – सी तुम जेहादियों के
नर मुंडो को पहनो !
दुर्गा – सी तुम बलात्कारियों के
हाथ काट , खेलो !
शारदा – सी तुम संगीत धारण
कर फलो , फूलो !
ब्रह्मचारिणी – सी तुम विज्ञान
की शोधक बनो !
सावित्री – सी तुम यमराज
की रोधक बनो !
लक्ष्मी – सी तुम गृह को
ऐश्वर्य प्रदान करो !
गार्गी – सी तुम भौतिक – परा भौतिक
ज्ञान दान करो !
अहिल्या – सी तुम काशीनाथ
का उद्धार करो !
लक्ष्मी बाई – सा तुम देशद्रोहियों का
प्रतिकार करो !
मीरा – सा तुम स्वतंत्र चिंतन का
वरण करो !
भगवती शर्मा – सा तुम ऋषित्व
का धारण करो !
अंतर्मन में ऋषिका का
ओज हो !
अभिव्यक्ति में अनुसुइया
का तेज़ हो !
इन छद्म नारिवादियों के उद्देश्यों को
नष्ट कर दो !
साधना की अग्नि से अपने संकल्पों को
तप्त कर दो !
तप्त लौह से तेजस्विता का
धनुष बना ,
इन पंच मक्कारों को भीष्म – सा
बाण दो !
हे भारतीय नारी ! भारत को तार दो
वीरांगनाओं – सा वीर भारत का उपहार दो ।।
आप सभी को अंतरराष्ट्रीय स्त्री दिवस की शुभकामनाएं ।
।। जयतु जय जय भारतीय स्त्री शक्ति परम्परा ।।
आदित्य जैन
सीनियर रिसर्च फेलो
यूजीसी
प्रवक्ता ( तर्कशास्त्र ) जी आई सी
प्रयागराज
adianu1627@gmail.com
( इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र हैं । कई राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में अपने शोध पत्रों का वाचन भी कर चुके हैं । विश्व विख्यात संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के युवा आचार्य हैं । भारत सरकार द्वारा इन्हे योग शिक्षक के रूप में भी मान्यता मिली है । भारतीय दर्शन , इतिहास , संस्कृति , साहित्य , कविता , कहानियों तथा विभिन्न पुस्तकों को पढ़ने में इनकी विशेष रुचि है और यूट्यूब में पुस्तकों की समीक्षा भी करते हैं । )
बहुत अच्छा
शोभनीय
Adbhut
Very nice 👌 poem sir.
Dharmendra Singh
Bahut badhiya