श्वेता पुरोहित। केतु ने 26 जून 2023 को चित्रा नक्षत्र में प्रवेश किया और 4 मार्च 2024 तक यहीं रहेंगे। बृहत् संहिता में वराहमिहिर ने चित्रा नक्षत्र में केतु की उपस्थिति के निम्नलिखित परिणाम का उल्लेख किया है:
चित्रा नक्षत्र फल :
चित्रासु कुरुक्षेत्राधिपस्य मरणं समादिशेत्तज्ज्ञः ।
चित्रा नक्षत्र का स्पर्श केतु करे तो कुरुक्षेत्र के अधिपति की हानि होती है।
पिछली बार केतु ने चित्रा में जनवरी 2005 से अक्टूबर 2005 के दौरान थे।
५ अक्टूबर २०२३ को मंगल और केतु एक घनिष्ठ युति बना कर एक दूसरे को पार करने जा रहे हैं जो निम्नलिखित प्रकार की घटनाओं को ट्रिगर कर सकता है।
- विमान दुर्घटना (यह भी संभव है कि इसमें खालिस्तानी हाथ हो)
- तूफान, चक्रवात, सुनामी
- मनोरंजन उद्योग में कोई अप्रिय घटना जैसे किसी सेलिब्रिटी का निधन, या कोई मूवी को लेकर बवाल होना, किसी महिला आर्टिस्ट की गमन।
- देश में किसी महत्वपूर्ण कानून या विधेयक का पारित होना।
- महिला या महिलाओं से सम्बंधित कोई घटना।
- ब्रिज (सेतु) या बाँध का टूटना।
- किसी व्यवसाय, बैंक या बड़े कंपनी का पतन।
सर्वाधिक संभावित स्थान हैं पश्चिमी भारत, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पूर्वी भारत, उत्तर पूर्वी भारत, अफ्रीका, बर्मा, दक्षिणी चीन, ताइवान, दक्षिण पूर्व एशिया में द्वीप देश (थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, फिलीपींस, सिंगापुर, बर्मा, पापुआ न्यू गिनी) , तिमोर लेस्ते आदि), रूस, यूक्रेन, पश्चिमी यूरोप और इंग्लैंड।
भगवान सबकी रक्षा करें